logo_banner
Breaking
  • ⁕ 2 दिसंबर को होगी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए वोटिंग, 3 दिसंबर को मतगणना, राज्य चुनाव आयोग ने की घोषणा ⁕
  • ⁕ गरीब बिजली उपभोक्ताओं को 25 साल तक मिलेगी मुफ्त बिजली, राज्य सरकार की स्मार्ट योजना के लिए महावितरण की पहल ⁕
  • ⁕ उद्धव ठाकरे और चंद्रशेखर बावनकुले में जुबानी जंग; भाजपा नेता का सवाल, कहा - ठाकरे को सिर्फ हिंदू ही क्यों नजर आते हैं दोहरे मतदाता ⁕
  • ⁕ ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1 करोड़ 8 लाख की ठगी, साइबर पुलिस थाने में मामला दर्ज ⁕
  • ⁕ Amravati: दरियापुर-मुर्तिजापुर मार्ग पर भीषण दुर्घटना, तेज गति से आ रही कार की टक्कर में दो लोगों की मौके पर ही मौत ⁕
  • ⁕ Kamptee: रनाला के शहीद नगर में दो माह के भीतर एक ही घर में दूसरी चोरी, चोर नकदी व चांदी के जेवरात लेकर फरार ⁕
  • ⁕ Yavatmal: भाई ने की शराबी भाई की हत्या, भतीजा भी हुआ गिरफ्तार, पैनगंगा नदी के किनारे मिला था शव ⁕
  • ⁕ जिला कलेक्टरों को जिला व्यापार में सुधार के लिए दिए जाएंगे अतिरिक्त अधिकार ⁕
  • ⁕ Amravati: अमरावती जिले में नौ महीनों में 60 नाबालिग कुंवारी माताओं की डिलीवरी ⁕
  • ⁕ विश्व विजेता बनी भारतीय महिला क्रिकेट टीम, वर्ल्ड कप फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराया ⁕
Amravati

Amravati: नई पाठ्यपुस्तकों में खाली पन्ने पूरी तरह खत्म! शिक्षकों, प्राचार्यों और विद्यार्थियों ने ली राहत की सांस


अमरावती: नई शिक्षा नीति के अनुसार कक्षा 1 से 12 तक के पाठ्यक्रम में बदलाव होगा। इस बीच कक्षा 1 से 8 तक प्रत्येक पाठ के बाद एक खाली पन्ना दिया जाता था, जिसे अब समाप्त कर दिया गया है। इसलिए नई पाठ्यपुस्तकों में पाठ के बाद खाली पन्ने को समाप्त कर दिया गया है। इससे शिक्षकों, प्राचार्यों और विद्यार्थियों ने भी राहत की सांस ली है।

शिक्षा क्षेत्र में हमेशा कई बदलाव किए जाते हैं। दो साल पहले एक नई पहल के तहत कक्षा 1 से 8 तक प्रत्येक पाठ के बाद एक खाली पन्ना दिया गया था। ये पन्ने इसलिए दिए गए थे ताकि विद्यार्थी पाठ सीखने के बाद इस पन्ने पर कुछ नोट्स बना सकें। इसके पीछे शुद्ध मंशा विद्यार्थियों की रचनात्मकता को अवसर देना और पाठ सीखने के बाद उस पन्ने पर जरूरी बातें लिखना था। हालांकि यह योजना सफल नहीं हो पाई।

पिछले साल सरकार की ओर से स्कूलों का निरीक्षण करने के आदेश मिले थे। विद्यार्थियों को दी जाने वाली पाठ्यपुस्तकों में यह जांचने के निर्देश दिए गए थे कि क्या विद्यार्थियों ने खाली पन्नों पर बिंदु लिखे हैं या शिक्षकों ने उनसे बिंदु लिखवाए हैं। कुल मिलाकर देखा गया कि खाली पन्ने में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ और किसी भी स्कूल में इसका ज्यादा क्रियान्वयन होता नहीं दिखा। इसलिए अब नई पाठ्यपुस्तकों में उस खाली पन्ने को हटाने का निर्णय लिया गया है।

इस वर्ष कक्षा 1 का पाठ्यक्रम बदल रहा है। 11 लाख से अधिक विद्यार्थियों को नए पाठ्यक्रम की बिना खाली पन्ने वाली पाठ्यपुस्तकें दी जाएंगी। इस संबंध में पाठ्यपुस्तक मंडल के निदेशक कृष्णकुमार पाटिल ने निर्देश जारी किए हैं। राज्य में कक्षा 1 से 12 तक के पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाएगा। इस वर्ष से राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) का पाठ्यक्रम लागू किया जा रहा है। श्री गणेश पाली से इसकी जानकारी ली गई है। नई शिक्षा नीति के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए पाठ्यक्रम को सीबीएसई पैटर्न के अनुसार तैयार किया गया है। इस नए पाठ्यक्रम की पाठ्यपुस्तक की छपाई का काम चल रहा है। हालांकि नई किताब में खाली पन्ने नहीं होंगे।