logo_banner
Breaking
  • ⁕ नागपुर शहर में सुबह से हो रही जोरदार बारिश, जमकर गरज रहे बादल, छाए घनघोर काले बादल ⁕
  • ⁕ मानसून के दौरान चिखलदरा में टूटा पर्यटकों का रिकॉर्ड, चार महीने में पहुंचे ढाई लाख पर्यटक, नगर परिषद को हुई 56 लाख की आया ⁕
  • ⁕ मनकापुर फ्लाईओवर पर बड़ा हादसा, स्कुल वैन और बस में आमने-सामने जोरदार टक्कर; हादसे में आठ बच्चे घायल, एक की हालत गभीर ⁕
  • ⁕ Akola: चलती कार में लगी आग, कोई हताहत नहीं ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Amravati

Amravati: ब्याज और मुद्दा नहीं चुकाया तो साहूकार ने खेत कर किया कब्ज़ा; किसान ने की आत्महत्या, छह महीने के 104 ने मौत को लगाया गले


अमरावती: अमरावती जिले के भातकुली में एक किसान ने खेती के लिए गांव के दो अवैध साहूकारों से कुछ रकम ब्याज पर ली थी। लेकिन फसल खराब होने के कारण किसान समय पर ब्याज की रकम नहीं चुका पाया। इसलिए दोनों पैसे की मांग कर रहे थे। उन्होंने किसान के एक एकड़ खेत पर बाड़ लगाकर कब्जा भी कर लिया।

इस घटना से आहत 52 वर्षीय किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में भातकुली पुलिस ने जांच के बाद दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर एक को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक किसान का नाम गजानन दहाट (उम्र 52) है।

1 जनवरी से 24 जून 2025 तक अमरावती जिले में 104 किसानों ने आत्महत्या की है। पिछले कुछ सालों से किसान फसल बर्बादी और अन्य चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और भुखमरी का सामना कर रहे हैं। इसके अलावा साल भर मेहनत करने के बाद भी उनकी कृषि उपज का कोई मूल्य नहीं मिल रहा है। कर्ज का पहाड़ दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। इस वजह से किसानों की आत्महत्या की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है। इस बीच, आत्महत्या करने वाले किसान के परिवार ने मांग की है कि अवैध साहूकार द्वारा ली गई जमीन आत्महत्या करने वाले किसान के परिवार को दी जाए।