logo_banner
Breaking
  • ⁕ राक्षक पिता! दो जुड़वां बच्चियों की हत्या, अंढेरा की घटना, मिलीं सड़ी-गली लाशें ⁕
  • ⁕ Nagpur: नंदनवन में 12 वर्षीय मासूम से दरिंदगी, के आरोपी गिरफ्तार, एक अन्य की तलाश ⁕
  • ⁕ उपराजधानी में बेमौसम बारिश की दस्तक; सुबह से शुरू हुई जोरदार बारिश, मौसम विभाग ने 28 अक्टूबर तक जारी किया येलो अलर्ट ⁕
  • ⁕ Saoner: सावनेर के चंपा शिवार में सड़ी-गली हालत में मिला शव, खापरखेड़ा से गुमशुदा व्यक्ति की हुई पहचान ⁕
  • ⁕ Buldhana: जिले में बेमौसम बारिश ने दी दस्तक, कटाई के सीजन में फसलों को भारी नुकसान का खतरा ⁕
  • ⁕ Chandrapur: केसला घाट इलाके में बाघ ने बाइक सवार पर किया हमला, लोगों में डर का माहौल ⁕
  • ⁕ Amravati: कमुंजा फाटा के पास तेज़ रफ़्तार बस ने बाइक को मारी टक्कर, हादसे में एक की मौत, एक गंभीर ⁕
  • ⁕ विदर्भ सहित राज्य के 247 नगर परिषदों और 147 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद का आरक्षण घोषित, देखें किस सीट पर किस वर्ग का होगा अध्यक्ष ⁕
  • ⁕ अमरावती में युवा कांग्रेस का ‘आई लव आंबेडकर’ अभियान, भूषण गवई पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ⁕
  • ⁕ Gondia: कुंभारटोली निवासियों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर नगर परिषद पर बोला हमला, ‘एक नारी सबसे भारी’ के नारों से गूंज उठा आमगांव शहर ⁕
Amravati

Amravati: वरुड में तेंदुए का आतंक, कई मवेशियों का किया शिकार


वरूड: तहसील के आमपेंड, आमनेर, बाभुलखेड़ा के खेतों में एक तेंदुए ने हमला कर दो गायों और बछड़ों का शिकार किया. इसके अलावा दो बछड़े गंभीर रूप से घायल है. वन विभाग ने पंचनामा कर कार्रवाई की.  तेंदुए के डर से किसानों में भय का माहौल बना हुआ है. वरूड़ वन क्षेत्र में बाघ, तेंदुआ, भालू, रोही, जंगली सूअर आदि जंगली जानवर खेतों में पानी की तलाश में गांव की ओर आने लगे.  इससे किसान डरे हुए हैं और खेतिहर मजदूर काम पर जाने से डर रहे हैं.  

1 और 2 मार्च को मौजा अम्पेंड ग्रुप के रणधीर खोरगड़े के खेत में तेंदुए ने हमला कर एक गाय को मार डाला, जबकि बभुलखेड़ा गांव के गोपाल भाकेरे ने अपनी गौशाला में एक बछड़े को मार डाला. अमनेर शेतशिवार मौजा इस्माइलपुर के धनराज बोडखे के खेत पर एक तेंदुए ने हमला कर दो बछड़ों को गंभीर रूप से घायल कर दिया था. इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई और किसानों व खेतिहर मजदूरों में भय व्याप्त हो गया.  तेंदुए के हमले से नागरिक, किसान सहम गए.  

वन विभाग ने मृत व घायल पशुओं के नाम दर्ज कर लिए हैं. वन परिक्षेत्र अधिकारी पुष्पलता बेंडे, लिंगा सर्किल फॉरेस्टर भारत भूषण अलासपुरे, वन रक्षक विनोद गिरुलकर, नावेद काजी, अंकुश निबुरकर सहित अन्य वनकर्मियों ने क्षेत्र की तलाशी शुरू कर दी है. इसमें आमनेर, आमपेंड व बाबुलखेड़ा क्षेत्र में तेंदुओं के पैरों के निशान मिले हैं और तेंदुओं की आवाजाही को लेकर काफी चर्चा हो रही है.