logo_banner
Breaking
  • ⁕ 70 साल में किसानों को सरकार ने लुटा, किसी ने नहीं किया काम, जारंगे पाटिल ने कहा- मदद करने का यह सही समय ⁕
  • ⁕ लावणी पर थिरकी एनसीपी अजित पवार गुट! पार्टी कार्यालय के भीतर नाच-गाने पर बवाल, आलाकमान ने अध्यक्ष अहिरकर से माँगा स्पष्टीकरण ⁕
  • ⁕ किसानों की कर्ज माफी पर महाराष्ट्र सरकार का सकारात्मक रुख, मंत्री बावनकुले ने कहा - 'असली' किसानों को मिले लाभ ⁕
  • ⁕ कर्ज माफी पर नया ट्विस्ट: बच्चू कडू बोले- 'सरकारी नौकरी' और 'अमीर किसानों' को नहीं चाहिए लोन माफी ⁕
  • ⁕ Buldhana: जिले में बेमौसम बारिश ने दी दस्तक, कटाई के सीजन में फसलों को भारी नुकसान का खतरा ⁕
  • ⁕ Chandrapur: केसला घाट इलाके में बाघ ने बाइक सवार पर किया हमला, लोगों में डर का माहौल ⁕
  • ⁕ Amravati: कमुंजा फाटा के पास तेज़ रफ़्तार बस ने बाइक को मारी टक्कर, हादसे में एक की मौत, एक गंभीर ⁕
  • ⁕ विदर्भ सहित राज्य के 247 नगर परिषदों और 147 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद का आरक्षण घोषित, देखें किस सीट पर किस वर्ग का होगा अध्यक्ष ⁕
  • ⁕ अमरावती में युवा कांग्रेस का ‘आई लव आंबेडकर’ अभियान, भूषण गवई पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ⁕
  • ⁕ Gondia: कुंभारटोली निवासियों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर नगर परिषद पर बोला हमला, ‘एक नारी सबसे भारी’ के नारों से गूंज उठा आमगांव शहर ⁕
Amravati

Amravati: 15 नवंबर से मूंग, उड़द और सोयाबीन की खरीद; 30 अक्टूबर से किसानों का पंजीयन हुआ शुरू


अमरावती: केंद्र सरकार की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) खरीद योजना के तहत किसानों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से मूंग, उड़द और सोयाबीन की खरीद प्रक्रिया 15 नवंबर से शुरू की जाएगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण कराना अनिवार्य है, जिसकी प्रक्रिया 30 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है। जिले में इस खरीद के लिए 15 खरीद केंद्र मंजूर किए गए हैं, जिसमें मार्केटिंग फेडरेशन और विदर्भ कोऑपरेटिव के केंद्र शामिल हैं।

केंद्र सरकार की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) खरीद योजना के तहत किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की गई है। मूंग, उड़द और सोयाबीन फसलों की खरीद प्रक्रिया 15 नवंबर से शुरू होगी और अगले 90 दिनों तक चलेगी। इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है, जो 30 अक्टूबर से शुरू हो चुका है और इसकी अंतिम तिथि 31 दिसंबर निर्धारित की गई है।

जिले में कुल 15 खरीद केंद्र (मार्केटिंग फेडरेशन के 8 और विदर्भ कोऑपरेटिव के 7) मंजूर किए गए हैं, जिनमें अचलपुर, दर्यापुर, मोर्शी और वरुड जैसे स्थानों पर स्थित सहकारी क्रय-विक्रय संघ और समितियां शामिल हैं। जिला कलेक्टर आशीष येरेकर और जिला मार्केटिंग अधिकारी अजय बिस्ने ने किसानों से NAFED अनाज खरीद योजना का लाभ उठाने की अपील की है।

पंजीकरण के लिए किसानों को अपने निकटतम खरीद केंद्र पर जाना होगा और आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे। इन दस्तावेजों में आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, वर्तमान मौसम की फसल बुवाई का रिकॉर्ड (फॉर्म VIII-A), बैंक पासबुक की ज़ेरॉक्स, और यदि सामान्य सातबारा क्षेत्र है तो सभी की सहमति पत्र के साथ आधार कार्ड शामिल हैं। यह सुनिश्चित करना भी अनिवार्य है कि सोयाबीन बेचने के लिए लाए गए अनाज सरकार द्वारा निर्धारित गुणवत्ता मानकों को पूरा करते हों। किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाली फसल ही खरीद केंद्र पर लानी चाहिए ताकि वे गारंटीड मूल्य का लाभ उठा सकें।