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Amravati: बुधागड की श्मशान भूमि खस्ताहाल, किसी भी वक्त ढह सकता है शेड; ग्रामीणों ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की


अमरावती: जिले के भातकुली तहसील के  बुधागड गांव की श्मशानभूमि वर्तमान में अत्यंत जर्जर स्थिति में है। लगभग 1200 की आबादी वाले इस गांव के लिए ये  एकमात्र हिंदू श्मशानभूमि है, लेकिन यहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।

बोरखडी खुर्द ग्रामपंचायत के अंतर्गत बुधागड गांव की श्मशान भूमि  में मौजूद शेड पूरी तरह से जर्जर हो चुका है और कभी भी गिर सकता है। बरसात के मौसम में ये स्थिति और भी भयावह हो जाती है, जहां मृतकों को अंतिम विदाई देने आए परिजनों और ग्रामीणों को भीगते हुए रस्में निभानी पड़ती हैं।  जबकि आस - पास  कीचड़ होने से यहां तक पहुंचना भी मुश्किल भरा है। 

ग्रामीणों  का कहना है कि कई बार प्रशासन से गुहार लगाई गई, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नागरिकों ने पुराने शेड को तत्काल तोड़कर नया शेड निर्माण करने की मांग की है। इसके साथ ही श्मशानभूमि तक पक्की सड़क, बैठने की व्यवस्था और  स्वच्छता की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन जल्द कोई निर्णय नहीं लेता, तो वे आंदोलन का मार्ग अपनाएंगे। उनका कहना है कि श्मशानभूमि किसी भी गांव के लिए जरूरी  है लेकिन यहां प्रशासन लगातार इस ओर अनदेखी कर रहा है।