मेलघाट में अंग्रेजों के जमाने के पुल खतरनाक स्थिति में, दुर्घटना की आशंका! कई पुल खतरनाक स्थिति में

अमरावती: मानसून का मौसम शुरू होते ही मेलघाट में कई सड़कें खस्ताहाल हो जाती हैं। घाटियों में बसे मेलघाट इलाके में पुलों से पानी आने पर संपर्क टूट जाता है। अमरावती जिले के मेलघाट इलाके में मुख्य सड़क पर कुल 118 पुल हैं। इनमें से 20 पुल यातायात के लिए बेहद खतरनाक हो गए हैं। चूंकि कुछ पुल अंग्रेजों के जमाने के हैं, इसलिए वे सचमुच ढह गए हैं। बारिश के कारण कई पुल खराब हो गए हैं। वहीं, संकरे होने के कारण वे खतरनाक होते जा रहे हैं। जब पुलों के ऊपर से पानी बहता है, तो कई गांवों का संपर्क टूट जाता है। इसलिए ऐसी जगहों पर नए पुल बनाने की मांग की जा रही है।
मेलघाट में एक बड़ा बाघ परियोजना है और इस बाघ परियोजना के तहत आने वाली सड़कें भी बेहद खस्ता हालत में हैं। सड़कों की मरम्मत के लिए वन विभाग से अनुमति लेनी पड़ती है। आदिवासियों का कहना है कि मेलघाट में आदिवासी भाइयों को सड़कों की दयनीय स्थिति के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब इन सड़कों की तत्काल मरम्मत की मांग की जा रही है।
पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है मेलघाट में स्थित पर्यटन स्थल चिखलदरा को विदर्भ का कश्मीर कहा जाता है। हर साल मानसून के दौरान लाखों पर्यटक यहां पर्यटन के लिए आते हैं। लेकिन पार्थवाड़ा से चिखलदरा तक की सड़क भी ऐसी ही खस्ताहाल है, इसलिए पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्या लोक निर्माण विभाग इस समस्या पर ध्यान देगा? यह सवाल आदिवासियों द्वारा पूछा जा रहा है।

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