पहले मंदिर में की शादी, बनाए संबंध फिर स्वीकारने से किया इनकार, पीड़ित की शिकायत पर छह के खिलाफ मामला दर्ज

अमरावती: शहर के गाडगेनगर थाना क्षेत्र से बड़ी हैरान करने वाली घटना सामने आई है। जहां एक युवक ने पहले युवती के साथ शिव मंदिर में जाकर शादी की फिर दो साल तक उससे संबंध बनता रहा। वहीं बच्चा होते ही उसने नवजात और युवती को अपनाने से मना कर दिया। बुधवार को पीड़ित थाने पहुंची और न्याय की मांग की।
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने युवक उसके माता-पिता सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान श्रेयस ढांडार (23), दादाराव धनदार (60), तीन महिलाओं और उप सरपंच रोशन बहिरामकर (सभी अनु. सरसी, जिला नंदगांव खंडेश्वर) के रूप में की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, जुलाई 2019 में आरोपी और पीड़िता की पहचान सोशल मीडिया के जरिये हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई। इस दौरान आरोपी लगातार उससे झूठे वादे कर अपने प्रेम जाल में फंसता रहा। इसी बीच आरोपी पीड़िता को लेकर नागपुर पहुंचा और यहां के शिव मंदिर में शादी कर ली। इसके बाद उसने पीड़िता को अपने माता-पिता से भी मिलवाया। जहां उन्होंने उसे अपनी बहु के रूप में स्वीकार कर लिया। शादी के एक महीने बाद आरोपी ने बहन की शादी का बहाना बनाकर पीड़िता को पिता के घर भेज दिया।
वड़ोदरा में बनाए संबंध
पीड़िता के अमरावती आने के बाद आरोपी ने अच्छे से शादी करेंगे ऐसा वादा करते हुए उसे गुजरात के वड़ोदरा लेकर गया। इस दौरान उसने पीड़िता के साथ यौन संबंध भी बनाएं। जुलाई 2022 को पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म लेते ही आरोपी अपने बातो से मुकर गया। और यह मेरा नहीं है ऐसा कहते हुए नवजात और पीड़िता को अपनाने से इनकार कर दिया।
सरपंच ने गायब करने की दी धमकी
युवक की बात सुनकर पीड़िता ने इस बात की जानकारी आरोपी के माता-पिता को दी। लेकिन उन्होंने भी आरोपी का साथ दिया। इस दौरान उसके घर वालों ने पीड़िता के साथ दुर्व्यवाहर किया और गालीगलौज की। वहीं गांव के सरपंच ने पैसे लेकर पीड़िता को चुप कराने की कोशिश की। वहीं ऐसा नहीं करने पर गायब होने की धमकी भी दी। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ बलात्कार सहित विविध धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।

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