जर्जर अवस्था में मेलघाट का हरिसाल ब्रिज; कुछ वर्ष पूर्व हुआ था सर्वेक्षण, संबंधित विभाग ने अब तक नहीं उठाया कोई कदम

अमरावती: मेलघाट के हरिसाल के समीप सिपना नदी पर मौजूद ब्रिज जर्जर अवस्था में होने कि विविध चर्चाओं के बीच इस ब्रिज से प्रतिदिन छोटे बड़े और लोडिंग वाहनों कि आवाजाही जारी है। सूत्रों कि माने तो आज से कुछ समय पूर्व लोक निर्माण विभाग कि ओर से हरिसाल जर्जर ब्रिज का सर्वेक्षण किया गया था। लेकिन इस ब्रिज की मरम्मत अथवा नवनिर्माण के तरफ अब तक कोई कदम सबंधित विभाग ने नहीं उठाया है।
नागपुर इंदौर मार्ग स्थित हरिसाल सिपना नदी पर मौजूद ब्रिज बीते कुछ समय से जर्जर अवस्था मे रहने के बीच आज भी आवागमन को लेकर अपनी सेवा देता नजर आ रहा है। क्षेत्र कि सबसे महत्वपूर्ण सिपना नदी पर बने विशाल ब्रिज के जर्जर होने कि विविध चर्चाएं ग्रामवासियों में बनी हैं. सूत्रों ने बताया है कि इस जर्जर ब्रिज को लेकर लोक निर्माण विभाग ने ब्रिज का सर्वेक्षण किया था।
सर्वेक्षण के बाद इस ब्रिज के मरम्मत सहित नवनिर्माण के संदर्भ मे जल्द ही ठोस कदम उठाए जाने के संकेत दिखाई देने लगे थे। परंतु अब तक हरिसाल जर्जर ब्रिज के मरम्मत नवनिर्माण का मामला ठंडेबस्ते में ही है। ग्रामवासियों ने लोक निर्माण विभाग से जल्द ही सर्वेक्षण कर इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने की मांग की है।
दिया चिखली सिपना नदी पर हो बड़े ब्रिज का निर्माण
मेलघाट के धारणी बैतुल नागपुर मार्ग पर दिया ग्राम कि सिपना नदी और हरिसाल आकोट मार्ग के चिखली ग्राम कि सिपना नदी पर छोटे दर्जे के ब्रिज कि समस्या बनी रहने से इस और भी पिडब्ल्यूडी विभाग के कुछ समय पूर्व हुए। सर्वेक्षण से बड़े ब्रिज बनने कि उम्मीद ग्रामीणों में जगी थी। लेकिन इस पर भी लोक निर्माण विभाग की उदासीनता रहने से ग्रामीणों मे नाराजगी का आलम है। जबकी दिया ग्राम सहित चिखली सिपना नदी के छोटे दर्जे वाले ब्रिज के कारण बारिश के समय विविध ग्रामों का धारणी मुख्यालय से सम्पर्क टूट जाता है।
कुछ समय पूर्व इस प्रमुख समस्या को लेकर बी एन्ड सी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सहित स्थानीय अधिकारियों ने इन छोटे दर्जे के ब्रिज का सर्वेक्षण किया था। नागरिकों ने मांग की है कि समय की जरुरत के मुताबिक इस मार्ग पर बड़े ब्रिज का निर्माण होना बेहद जरुरी है। इस तरफ भी शासन व प्रशासन को ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

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