चार दिनों में भारी बारिश से 10 लोगों की मौत, 2.26 लाख हेक्टेयर खेती प्रभावित, 203 जानवरों की मृत्यु, 929 घर ढहे

अमरावती: जिले में चार दिनों में हुई भारी बारिश के कारण नदी-नालों में आई बाढ़ में 10 लोग बह गए और 203 मवेशियों की मौत हो गई। डिविजनल कमिश्नर की रिपोर्ट के मुताबिक, बाढ़ का पानी खेतों में घुसने, खेतों में तालाब बनने और बांध टूटने से 2.26 लाख हेक्टेयर कपास, अरहर और सोयाबीन की फसल को नुकसान हुआ है. इस आपदा में पश्चिम विदर्भ के 33 तालुकों के 1617 गांव प्रभावित हुए हैं.
अमरावती संभाग में 31 अगस्त से 3 सितंबर के बीच यवतमाल जिले की 14 तहसीलों, बुलढाणा की 3 और वाशिम जिले की एक तहसील सहित 20 तहसीलों में भारी बारिश हुई है. इसके अलावा कई राजस्व मंडलों में भारी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है. इसमें यवतमाल जिले में 112 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है.
10 लोगों की मौत
भारी बारिश के कारण बाढ़ में बहने से 10 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें अमरावती, अकोला और यवतमाल जिले में 2-2, बुलढाणा में 3 और वाशिम जिले में 1 व्यक्ति की मौत हो गई है. इसके अलावा 35 बड़े और 168 छोटे समेत 203 जानवरों की मौत हो गई है. इस आपदा में यवतमाल जिले में 665, वाशिम में 156, अकोला में 82 और बुलढाणा जिले में 26 घर ढह गये हैं.
फसलों को भारी नुकसान
चार दिनों में हुई भारी बारिश से 2,26,066 हेक्टेयर में कपास, अरहर और सोयाबीन की फसल को भारी नुकसान हुआ है. इसमें यवतमाल जिले में 1,71,606 हेक्टेयर, अकोला में 41,880 हेक्टेयर, बुलढाणा में 11,600 हेक्टेयर, अमरावती में 557 हेक्टेयर और वाशिम जिले में 407 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान हुआ है. शासन के आदेश के मुताबिक भारी बारिश से प्रभावित फसलों का सर्वे कृषि और राजस्व विभाग द्वारा कराया जा रहा है.

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