logo_banner
Breaking
  • ⁕ Nagpur: ऑपरेशन थंडर अंतर्गत एनडीपीएस सेल की छापा मार कार्रवाई, 79 किलो गांजा जब्त, एक आरोपी गिरफ्तार, एक फरार ⁕
  • ⁕ धनतेरस पर नागपुर ने बनाया रिकॉर्ड, 1000 करोड़ से ज्यादा का हुआ व्यापार; जीएसटी 2.0 का दिखा जोरदार असर ⁕
  • ⁕ तेज रफ्तार आपली बस का ब्रेक हुआ फेल, फेल ड्राइवर की सुझबुझ से टला बड़ा हादसा; वर्धा रोड पर हुआ हादसा ⁕
  • ⁕ दिवाली की पूर्व संध्या पर भी अमरावती में 35% किसान सहायता से वंचित, मदद नहीं मिलने से किसानों में रोष ⁕
  • ⁕ छगन भुजबल समाज के 'पितातुल्य', सार्वजनिक अपमान न करें: तायवाड़े ने की वडेट्टीवार पर दिए बयान की निंदा ⁕
  • ⁕ नागपुर शहर के फूल बाजार में खरीददारों की लगी भीड़, गेंदा और कमल की रिकॉर्ड तोड़ मांग ⁕
  • ⁕ एसटी कर्मियों को दिवाली भेंट: 6,000 बोनस और 12,500 अग्रिम, वेतन बकाया हेतु सरकार 65 करोड़ मासिक फंड देगी ⁕
  • ⁕ विदर्भ सहित राज्य के 247 नगर परिषदों और 147 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद का आरक्षण घोषित, देखें किस सीट पर किस वर्ग का होगा अध्यक्ष ⁕
  • ⁕ अमरावती में युवा कांग्रेस का ‘आई लव आंबेडकर’ अभियान, भूषण गवई पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ⁕
  • ⁕ Gondia: कुंभारटोली निवासियों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर नगर परिषद पर बोला हमला, ‘एक नारी सबसे भारी’ के नारों से गूंज उठा आमगांव शहर ⁕
Amravati

वरूड शहर में बना भारत का पहला डिजिटल संतरा बाजार


अमरावती: बाजार भाव नहीं मिलने से संतरा उत्पादक संकट में हैं। एक ओर, बांग्लादेश में निर्यात शुल्क किसानों के लिए वहनीय नहीं है। इसलिए किसानों को सस्ते दाम पर संतरे बेचने पड़ते हैं। इसमें अमरावती जिले के वरुड शहर में किसानों और खरीदारों के आग्रह पर कृषि उपज बाजार समिति ने देश का पहला डिजिटल संतरा बाजार स्थापित किया है।

विदर्भ के नागपुर और अमरावती में संतरे प्रमुख फसल है। हालांकि, संतरे का सही दाम नहीं मिलने से संतरा उत्पादक संकट में हैं। दूसरी ओर, बांग्लादेश में बेचे जाने वाले संतरे पर अधिक निर्यात शुल्क लगता है। इसलिए, किसान विदेशों में संतरे बेचने का जोखिम नहीं उठा सकते। इन सभी किसानों की समस्याओं को जानकर अमरावती जिले के वरुड शहर में कृषि उपज बाजार समिति ने एक अभिनव पहल शुरू की है। यहां किसानों को संतरे की गुणवत्ता के हिसाब से कीमत तय की जाती है। 

इतना ही नहीं किसानों को संतरे का भुगतान 24 घंटे के अंदर कर दिया जाता है। इसके साथ ही किसानों द्वारा लाए गए संतरे को डिजिटल मशीन में डाल दिया जाता है। इसमें गुणवत्ता के आधार पर संतरे को अलग-अलग स्थानों पर एकत्र किया जाता है। इस क्षेत्र में व्यापारियों को संतरे बेचे जाते हैं।