वरूड शहर में बना भारत का पहला डिजिटल संतरा बाजार

अमरावती: बाजार भाव नहीं मिलने से संतरा उत्पादक संकट में हैं। एक ओर, बांग्लादेश में निर्यात शुल्क किसानों के लिए वहनीय नहीं है। इसलिए किसानों को सस्ते दाम पर संतरे बेचने पड़ते हैं। इसमें अमरावती जिले के वरुड शहर में किसानों और खरीदारों के आग्रह पर कृषि उपज बाजार समिति ने देश का पहला डिजिटल संतरा बाजार स्थापित किया है।
विदर्भ के नागपुर और अमरावती में संतरे प्रमुख फसल है। हालांकि, संतरे का सही दाम नहीं मिलने से संतरा उत्पादक संकट में हैं। दूसरी ओर, बांग्लादेश में बेचे जाने वाले संतरे पर अधिक निर्यात शुल्क लगता है। इसलिए, किसान विदेशों में संतरे बेचने का जोखिम नहीं उठा सकते। इन सभी किसानों की समस्याओं को जानकर अमरावती जिले के वरुड शहर में कृषि उपज बाजार समिति ने एक अभिनव पहल शुरू की है। यहां किसानों को संतरे की गुणवत्ता के हिसाब से कीमत तय की जाती है।
इतना ही नहीं किसानों को संतरे का भुगतान 24 घंटे के अंदर कर दिया जाता है। इसके साथ ही किसानों द्वारा लाए गए संतरे को डिजिटल मशीन में डाल दिया जाता है। इसमें गुणवत्ता के आधार पर संतरे को अलग-अलग स्थानों पर एकत्र किया जाता है। इस क्षेत्र में व्यापारियों को संतरे बेचे जाते हैं।

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