logo_banner
Breaking
  • ⁕ CRPF डीजी की बेटी ने की आत्महत्या, फ्लैट में फांसी लगाकर दी जान; AIIMS नागपुर में कर रही थी पढ़ाई ⁕
  • ⁕ अकोला के एक युवक का शरद पवार को अनोखा पत्र, अपनी शादी कराने की लगाई गुहार ⁕
  • ⁕ Buldhana: चिखली तहसील कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष की ट्रेन से गिरकर हुई मृत्यु, मुंबई से चिखली लौटते समय कसारा घाट पर हुई घटना ⁕
  • ⁕ मेलघाट में कुपोषण से 65 बच्चों की मौत; हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को लगाई फटकार ⁕
  • ⁕ Nagpur: मौज मस्ती करते ओयो में मिला कुख्यात वाहन चोर, क्राइम ब्रांच के वाहन चोरी विरोधी दस्ते की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ उपराजधानी नागपुर के तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी, गुरुवार को न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस हुआ दर्ज ⁕
  • ⁕ Amravati: विवाह समारोह में स्टेज पर दूल्हे पर चाकू से जानलेवा हमला, आरोपी अकोला से गिरफ्तार ⁕
  • ⁕ Akola: बालापुर नगर परिषद चुनाव सुरक्षा सतर्कता! पुलिस और महसूल विभाग ने शुरू किया संयुक्त जांच अभियान ⁕
  • ⁕ Gondia: जिले में धान क्रय केंद्र शुरू नहीं होने से किसान चिंतित, किसानों ने जल्द से जल्द खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग ⁕
  • ⁕ जीरो माइल मेट्रो टनल परियोजना: उच्च न्यायालय ने लिया स्वत: संज्ञान, अदालत ने महा मेट्रो से अनुमतियों और सुरक्षा मानकों की मांगी जानकारी ⁕
Bhandara

भंडारा में सीएम शिंदे को करना पड़ा नागरिकों की नाराजगी का सामना, काले झंडे दिखाकर कफील को रोकने की कोशिश


भंडारा: भंडारा में 547 करोड़ के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन करने पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को नागरिकों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। जब मुख्यमंत्री भूमिपूजन कार्यक्रम के लिए जा रहे थे तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर उनके काफिले को रोकने की कोशिश की।

विविध विकास कार्यों के भूमिपूजन के लिए जब मुख्यमंत्री शिंदे मुख्य स्थल पर पहुँच रहे थे तभी कुछ लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाकर निषेध किया। बाद में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि ये सब कांग्रेस के कार्यकर्ता थे। जबकि इसके बाद गोसीखुर्द प्रकल्प प्रभावित कुछ लोगों ने कार्यक्रम स्थल पर नारेबाजी करते हुए हंगामा किया।  

इनका कहना था कि अभी तक गोसीखुर्द प्रकल्प प्रभावित परिवारों के पुनर्वसन का प्रश्न सुलझा नहीं है। ऐसे में वैनगंगा नदी पर जल पर्यटन शुरू करने से पहले उनकी समस्या सुलझाया जाये। हालाँकि इस हंगामे की वजह से कुछ देर के लिए तनाव का माहौल हो गया था, बाद में पुलिस ने प्रदर्शन करने वालों को हिरासत में ले लिया।