logo_banner
Breaking
  • ⁕ मानसून में विदर्भ के किसानों को लगा बड़ा झटका; लगातार बारिश से एक लाख हेक्टेयर फसल हुई बर्बाद, किसानों की सरकार से स्पेशल पैकेज की मांग ⁕
  • ⁕ मानसून के दौरान चिखलदरा में टूटा पर्यटकों का रिकॉर्ड, चार महीने में पहुंचे ढाई लाख पर्यटक, नगर परिषद को हुई 56 लाख की आया ⁕
  • ⁕ मनकापुर फ्लाईओवर पर बड़ा हादसा, स्कुल वैन और बस में आमने-सामने जोरदार टक्कर; हादसे में आठ बच्चे घायल, एक की हालत गभीर ⁕
  • ⁕ Akola: चलती कार में लगी आग, कोई हताहत नहीं ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Bhandara

Bhandara: लाखनी ग्रामीण अस्पताल में मरीज़ की जान से खिलवाड़, सफाई कर्मचारी कर रहा इलाज! लापरवाह प्रशासन का नहीं कोई ध्यान


भंडारा: भंडारा ज़िले के लाखनी ग्रामीण अस्पताल में एक मरीज़ की जान से खिलवाड़ करने वाली एक गंभीर घटना सामने आई है। यहां अस्पताल के सफाई कर्मचारी मरीजों का इलाज कर रहे हैं और उनकी जान खतरे में डाल रहे हैं। खासबात यह कि इस ओर किसी भी वरिष्ठ अधिकारी या डॉक्टर का कोई ध्यान नहीं है।    

भाग्यश्री हेमराज काशीकर को सुबह सर्दी-ज़ुकाम और बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहाँ के सफ़ाई कर्मचारी ने बिना किसी चिकित्सीय प्रशिक्षण के मरीज़ को सलाइन चढ़ाने की कोशिश की और हैरानी की बात यह है कि उसे किसी दूसरे मरीज़ द्वारा इस्तेमाल की गई दूषित सिरिंज लगा दी गई। इस गैरजिम्मेदाराना हरकत से मरीज़ की जान को ख़तरा हो सकता है और अब उसे हेपेटाइटिस या अन्य संक्रामक रोग होने की आशंका जताई जा रही है।

जब भाग्यश्री काशीकर ने सलाइन के बारे में पूछा, तो सफ़ाई कर्मचारी ने रूखेपन से कहा, “चिल्लाओ मत, चुपचाप अपना काम करो” और लगाई गई सिरिंज निकाल ली। हालांकि इलाज डॉक्टरों और नर्सों की ज़िम्मेदारी है, लेकिन सफ़ाई कर्मचारी के इस दुर्व्यवहार ने अस्पताल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।