Buldhana: पानी में नाइट्रेट का उच्च स्तर 'गंजेपन' के लिए जिम्मेदार! बाल झड़ने की समस्या की रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे
बुलढाणा: बुलढाणा जिले के शेगाँव तहसील के लगभग छह गांवों में लोगों में तेजी से बाल झड़ने और गंजेपन की दर बढ़ गई है। इससे हजारों ग्रामीण, युवा और वृद्ध, भयभीत हो गए हैं तथा स्वास्थ्य प्रणाली पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। केंद्रीय स्वास्थ्य, आयुष एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव के बुलढाणा लोकसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सभी गांव के पानी का सैंपल लिया। जिसकी रिपोर्ट आज प्राप्त हो गई। जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए है। रिपोर्ट अनुसार, यहां के पानी में नाइट्रेट की मात्रा अधिक है। अमूमन मात्रा 10 प्रतिशत होनी चाहिए, लेकिन पानी में इसकी मात्रा 54 प्रतिशत पाई गई है। जिसके कारण लोगों के बाल बड़ी तेजी से झाड़ रहे हैं।
पिछले दो दिनों से बुलढाणा जिले के शेगाँव तहसील के कुछ गांवों में बाल झड़ने के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य प्रणाली पर सवाल उठाने लगे। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची और कुछ सैंपल लिए। पानी के सैंपल की रिपोर्ट आज गुरुवार को मिली। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमोल गीते ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रभावित गांव के आसपास का इलाका खारे पानी की पट्टी में आता है, जहां पानी में नाइट्रेट की मात्रा बहुत ज़्यादा है। यह 10 प्रतिशत होनी चाहिए, लेकिन यह 54 प्रतिशत तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि नमक की मात्रा 2100 है, जो 110 ही होनी चाहिए। इसलिए इस क्षेत्र का पानी खतरनाक है। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि आर्सेनिक और सीसा परीक्षण के लिए पानी के नमूने पुणे प्रयोगशाला भेजे गए हैं।
छह गांवों में सर्वेक्षण
स्वास्थ्य विभाग की टीमें शेगांव तहसील के 'टक्कल प्रभावित' गांव में प्रवेश कर चुकी हैं। जिला महामारी विज्ञान अधिकारी डॉ. प्रशांत तांगड़े शेगाँव तालुका में तैनात हैं। शेगांव तालुका के 'प्रभावित' गांवों में युद्ध स्तर पर सर्वेक्षण किया जा रहा है। ग्रामीणों का परीक्षण किया जा रहा है तथा पानी के नमूने लिए जा रहे हैं। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमोल गीते इस सर्वेक्षण पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। शेगाँव तालुका के भोंगाँव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कानूनी अधिकारी डॉ. बालाजी अत्रात स्वयं एक त्वचा विशेषज्ञ हैं। वे प्रभावित ग्रामीणों से नमूने ले रहे हैं। स्वास्थ्य प्रणाली के वरिष्ठ सूत्रों ने बताया कि इन नमूनों को परीक्षण के लिए अकोला के सरकारी मेडिकल कॉलेज भेजा जाएगा।
पहले सर में हो रही खुजली, फिर झाड़ रहे बाल
यहां के निवासियों में भय का माहौल है, क्योंकि पहले वे अपना सिर खुजलाना शुरू करते हैं, फिर सीधे बाल आ जाते हैं और तीसरे या चौथे दिन वे पूरी तरह गंजे हो जाते हैं। कई लोगों के बाल अचानक से झड़ने लगे हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं भी इससे प्रभावित हैं। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि शैम्पू के कारण ऐसा हो सकता है, लेकिन नागरिकों के बीच इसको लेकर हलचल मच गई है, क्योंकि जो नागरिक कभी शैम्पू का उपयोग नहीं करते हैं, उनके भी बाल झड़ रहे हैं।
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