Buldhana: शाम को जिले में जमकर बरसे बादल, हर तरफ दिखाई दिया पानी-पानी
बुलढाणा: बुलढाणा शहर और आस-पास के इलाकों के एक लाख निवासियों को आज, गुरुवार को प्रकृति की असली मार झेलनी पड़ी। शाम को तेज हवाओं, बिजली और गरज के साथ भारी बारिश ने बुलढाणा शहर को तहस-नहस कर दिया। मृग नक्षत्र में हुई यह पहली बारिश तूफानी साबित हुई और बुलढाणा के लाखों निवासियों को कई दिनों तक याद रहेगी।
भारी बारिश के कारण वाहन चालक, पैदल यात्री और रेहड़ी-पटरी वाले लोग अपने घरों के बाहर फंसे रहे। आज, गुरुवार शाम करीब साढ़े चार बजे अचानक बारिश शुरू हो गई, किसी को पता भी नहीं चला। धीरे-धीरे शुरू हुई बारिश ने धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ ली। कुछ ही मिनटों में तेज बारिश होने लगी।
इसके बाद तेज़ हवा चली। हल्की हवा के झोंके से बारिश रुक गई। लेकिन जैसे ही हवा थमी, बारिश फिर से तेज़ हो गई। हवा के शांत होते ही आसमान में बिजली चमकने लगी। बिजली की गड़गड़ाहट इतनी भयानक थी कि किसी की भी रूह काँप जाए। सौदेबाजी का यह घमासान खेल दस मिनट तक चलता रहा।
इस बीच, बुलढाणा का पूरा शहर अंधेरे में डूब गया। अमावस्या की रात की तरह जैसे अंधेरा दिन को भी अपने आगोश में ले रहा था, सड़कों पर वाहन चालकों के लिए अपनी लाइटें जलाकर यात्रा करना अनिवार्य हो गया था।
प्राकृतिक आपदा के कारण कई दोपहिया और चार पहिया वाहन चालकों ने अपने वाहन सड़क के किनारे ही खड़े करना बेहतर समझा। प्राकृतिक आपदा करीब एक घंटे तक जारी रही। इसके बाद भी शाम साढ़े पांच बजे तक बारिश और गरज के साथ बारिश होती रही। इसके कारण मृग नक्षत्र में हुई पहली बारिश ने लाखों बुलढाणावासियों के जीवन को झकझोर कर रख दिया और उन्हें चेतावनी दे दी।
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