logo_banner
Breaking
  • ⁕ महानगर पालिका चुनाव का बजा बिगुल; 15 जनवरी को मतदान और 16 जनवरी को होगी मतगणना, राज्य चुनाव आयोग की घोषणा ⁕
  • ⁕ Kanhan: कन्हान नदी में महिला का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी, पहचान की कोशिश जारी ⁕
  • ⁕ चंद्रपुर में आयुक्त के गुस्से का नगर पालिका के कर्मचारियों को करना पड़ा सामना, कार्यालय का मेन गेट किया बंद ⁕
  • ⁕ MGNREGA की जगह मोदी सरकार ला रही नया रोजगार कानून "विकसित भारत-जी राम जी", लोकसभा में पेश होगा बिल ⁕
  • ⁕ Amravati: अमरावती जिले में आवारा कुत्तों ने 11 महीनों में 22 हजार से अधिक नागरिकों को काटा ⁕
  • ⁕ गोंदिया में लोधी समाज का विराट सम्मेलन, चर्चा में विधायक टी राजा सिंह के तीखे बयान ⁕
  • ⁕ Nagpur: मनसर कांद्री क्षेत्र में अज्ञात ट्रक ने तेंदुए को मारी जोरदार टक्कर, तेंदुआ गंभीर रूप से घायल ⁕
  • ⁕ उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बयान से राज्य के शिक्षा क्षेत्र में गुस्सा, घमंडी भाषा इस्तेमाल करने का आरोप ⁕
  • ⁕ Nagpur: यशोधरा नगर में अपराधी ने पड़ोसी पर किया जानलेवा हमला, मामूली बात को लेकर हुआ था विवाद ⁕
  • ⁕ Yavatmal: आर्णी में बड़े पैमाने पर सागौन के पेड़ों की कटाई, खतरे में जंगली जानवर और जंगल की सुरक्षा ⁕
Buldhana

एक्शन मोड में कृषि विभाग; बुलढाणा जिले में 317 केंद्रों का निरीक्षण, 33 केंद्रों को बिक्री बंद करने के ऑर्डर


बुलढाणा: रबी सीजन शुरू होने के बाद कृषि विभाग एक्शन मोड में आता दिख रहा है। बुलढाणा जिला कृषि विभाग ने जिले के 317 कृषि केंद्रों का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में गंभीर गलतियां पाए जाने वाले तीन केंद्रों के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए हैं। जबकि 33 सेंटर्स को बीज बेचना बंद करने का ऑर्डर दिया गया है। साथ ही, 71 विक्रेताओं को गलतियां सुधारने के लिए नोटिस भेजे गए हैं। 

इस साल जिले में 94 प्रतिशत बारिश होने की वजह से रबी की बुआई का एरिया बढ़ा है। गेहूं और चना जैसी पारंपरिक फसलों के साथ-साथ किसान हल्दी और दूसरी वैकल्पिक फसलों की तरफ भी रुख कर रहे हैं। रबी सीजन में यूरिया की डिमांड बढ़ी है, लेकिन यह बात सामने आई है कि कुछ कृषि केंद्र संचालक इसका फायदा उठाकर कृत्रिम कमी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।

ऐसी शिकायतें हैं कि कुछ विक्रेता यूरिया के साथ दूसरी खाद खरीदने के लिए भी जोर दे रहे हैं और मजबूर कर रहे हैं। इस बीच, सभी विक्रेताओं के लिए बेची गई खाद और उपलब्ध खाद स्टॉक की जानकारी ऑनलाइन सिस्टम पर अपलोड करना जरूरी है। लेकिन जांच में पाया गया कि कई लोगों ने यह जानकारी अपलोड नहीं की।