logo_banner
Breaking
  • ⁕ मंत्री आशीष शेलार के बयान पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का जवाब , सपकाल ने कहा - भाजपा को मतचोरी में भी दिखाई देता है हिंदू-मुस्लिम ⁕
  • ⁕ गरीब बिजली उपभोक्ताओं को 25 साल तक मिलेगी मुफ्त बिजली, राज्य सरकार की स्मार्ट योजना के लिए महावितरण की पहल ⁕
  • ⁕ उद्धव ठाकरे और चंद्रशेखर बावनकुले में जुबानी जंग; भाजपा नेता का सवाल, कहा - ठाकरे को सिर्फ हिंदू ही क्यों नजर आते हैं दोहरे मतदाता ⁕
  • ⁕ ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1 करोड़ 8 लाख की ठगी, साइबर पुलिस थाने में मामला दर्ज ⁕
  • ⁕ Amravati: दरियापुर-मुर्तिजापुर मार्ग पर भीषण दुर्घटना, तेज गति से आ रही कार की टक्कर में दो लोगों की मौके पर ही मौत ⁕
  • ⁕ Kamptee: रनाला के शहीद नगर में दो माह के भीतर एक ही घर में दूसरी चोरी, चोर नकदी व चांदी के जेवरात लेकर फरार ⁕
  • ⁕ Yavatmal: भाई ने की शराबी भाई की हत्या, भतीजा भी हुआ गिरफ्तार, पैनगंगा नदी के किनारे मिला था शव ⁕
  • ⁕ जिला कलेक्टरों को जिला व्यापार में सुधार के लिए दिए जाएंगे अतिरिक्त अधिकार ⁕
  • ⁕ Amravati: अमरावती जिले में नौ महीनों में 60 नाबालिग कुंवारी माताओं की डिलीवरी ⁕
  • ⁕ विश्व विजेता बनी भारतीय महिला क्रिकेट टीम, वर्ल्ड कप फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराया ⁕
Amravati

Amravati: पश्चिमी विदर्भ भारी बारिश से प्रभावित, छह लाख हेक्टेयर फसलें जलमग्न; अगस्त की बारिश से किसान हताश


अमरावती: संयुक्त कृषि निदेशक कार्यालय ने बताया है कि इस वर्ष पश्चिम विदर्भ के पाँच जिलों - अमरावती, अकोला, यवतमाल, वाशिम और बुलढाणा में लगातार भारी बारिश के कारण 6.08 लाख हेक्टेयर में अरहर, कपास, सोयाबीन, संतरा और सब्जियों की फसलें प्रभावित हुई हैं।

अकेले अगस्त महीने में 4.58 लाख हेक्टेयर में नुकसान हुआ है। जून में हुई भारी बारिश के कारण 1,08,913 किसानों की 98,209 हेक्टेयर में लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं। इसके लिए सरकार से एनडीआरएफ के मानदंडों के अनुसार 88.23 करोड़ रुपये की राशि की माँग की गई है। किसानों ने सरकार से नुकसान का तुरंत मुआवजा देने की माँग की है।

राज्य सरकार ने इस नुकसान को देखते हुए राहत पैकेज का ऐलान किया है, लेकिन किसानों का कहना है कि जल्द से जल्द पुनर्वास की व्यवस्था और फसल बीमा का लाभ मिलना जरूरी है। अगस्त की इस अप्रत्याशित बारिश ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि जलवायु परिवर्तन के कारण कृषि संकट गहरा रहा है।