logo_banner
Breaking
  • ⁕ महानगर पालिका चुनाव के लिए गठबंधन को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिखाया सकारात्मक रुख ⁕
  • ⁕ चांदी की कीमतों के उछाल का क्रम टूटा, भाव में आई 5400 रुपये की गिरावट ⁕
  • ⁕ Chandrapur: शिवसेना (उबाठा) वंचित के साथ, 50-50 फॉर्मूले पर सहमति बनने की जोरदार चर्चा ⁕
  • ⁕ Nagpur: सोनेगाँव के एक होटल में मां-बेटे ने की आत्महत्या की कोशिश, बेटे की मौत; मां की हालत गंभीर ⁕
  • ⁕ गठबंधन धर्म को छोड़ हुआ 'अधर्म' तो होगी अलग राह, शिंदे सेना के पूर्व विधायक अभिजीत अडसुल की युवा स्वाभिमान पक्ष को चेतावनी ⁕
  • ⁕ Amravati: अत्याधिक ठंड का अरहर की फसल पर बुरा असर; अचलपुर तहसील में उत्पादन में बड़ी गिरावट ⁕
  • ⁕ Akola: अकोला महानगर पालिका चुनाव; भाजपा का 'नवसंकल्पनामा' ⁕
  • ⁕ चांदी के भाव में उछाल का दौर जारी; नागपुर सराफा बाजार में 2,53,500 प्रति किलो पर पहुंची चांदी ⁕
  • ⁕ Bhandara: लाखोरी गांव के पास घूम रहे तीन भालू, इलाके में डर का माहौल ⁕
  • ⁕ Nagpur: नकली एमडी बिक्री विवाद में युवक पर जान लेवा हमला, चाकू मार कर किया गंभीर रूप से घायल ⁕
Maharashtra

अक्षय कुमार अयोध्या में हजारों बंदरों को खिलाएंगे खाना, ससुर राजेश खन्ना को श्रद्धांजलि दी


मुंबई:  बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार ने अयोध्या में एक अनोखी पहल शुरू की है, जिसमें वह हर दिन 1200 से अधिक बंदरों को खाना खिलाने का काम कर रहे हैं। यह कदम राम मंदिर के आस-पास बंदरों की बढ़ती आबादी को देखते हुए उठाया गया है, जहां दिवाली के अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। 

अक्षय  का उद्देश्य श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के धार्मिक अनुभव प्रदान करना और शहर की सफाई बनाए रखना है। इस कार्यक्रम के तहत, बंदरों को पूर्व निर्धारित सुरक्षित स्थानों पर स्वच्छ और पौष्टिक भोजन दिया जाएगा।

अक्षय ने इस पहल के तहत फीडिंग वैन पर अपने माता-पिता और दिवंगत ससुर राजेश खन्ना के नाम भी लिखवाए हैं। उन्होंने कहा, "जब मैंने बंदरों के सामने आने वाली समस्याओं के बारे में सुना, तो मुझे मदद करने का मन हुआ। यह मेरे लिए भावनात्मक निर्णय था।"

इस पहल की सराहना करते हुए स्वामी राघवाचार्य ने कहा, "भगवान के भक्तों की सेवा सबसे बड़ा धर्म है। अक्षय कुमार जी का यह कार्य सभी जीवों के प्रति हमारी जिम्मेदारी को दर्शाता है।"

इस पहल के माध्यम से अक्षय कुमार ने न केवल बंदरों की भलाई का ध्यान रखा है, बल्कि एक महत्वपूर्ण सामाजिक संदेश भी दिया है।