logo_banner
Breaking
  • ⁕ नागपुर शहर में सुबह से हो रही जोरदार बारिश, जमकर गरज रहे बादल, छाए घनघोर काले बादल ⁕
  • ⁕ मानसून के दौरान चिखलदरा में टूटा पर्यटकों का रिकॉर्ड, चार महीने में पहुंचे ढाई लाख पर्यटक, नगर परिषद को हुई 56 लाख की आया ⁕
  • ⁕ मनकापुर फ्लाईओवर पर बड़ा हादसा, स्कुल वैन और बस में आमने-सामने जोरदार टक्कर; हादसे में आठ बच्चे घायल, एक की हालत गभीर ⁕
  • ⁕ Akola: चलती कार में लगी आग, कोई हताहत नहीं ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Gadchiroli

स्थानीय लोगों के विरोध के बावजूद गडचिरोली के हाथी मुकेश अंबानी के ट्रस्ट के लिए रवाना


गडचिरोली-जिले की आलापल्ली तहसील के अंतर्गत आने वाले हाथी कैंप से गुरुवार की देर रात तीन हाथियों को गुजरात के जामनगर के लिए रवाना किया गया.इन बुजुर्ग हाथियों को उनकी बेहतर सेवा सुश्रुषा के लिए मुकेश अंबानी के रिलायंस उद्योग समूह द्वारा संचालित राधा कृष्ण वेलफेयर ट्रस्ट में भेजा जा रहा है.वन विभाग के मुताबिक हाथियों को हस्तांतरित किये जाने का निर्णय बेहतरी के लिए है लेकिन स्थानीय नागरिक इसका विरोध कर रहे है.इस विरोध के बावजूद गुरुवार देर रात ट्रस्ट के वाहन पहुंचे और देर रात हाथियों को लेकर जामनगर की दिशा की ओर रवाना हुए.गडचिरोली के हाथी कैंप से आठ हाथियों को भेजा जाना है.पांच हाथी बाद में भेजें जायेंगे।

बीते एक वर्ष से हाथियों को गुजरात भेजे जाने को लेकर विवाद शुरू है.स्थानीय नागरिक और पर्यटक इसका विरोध कर रहे है.हाथियों के हस्तांतरण का  मामला अदालत भी पहुंचा। जहां अदालत ने 8 हाथियों के हस्तांतरण का निर्णय सुनाया था.उच्च न्यायालय के निर्णय के बाद चार दिन पूर्व ही वन विभाग को हाथियों के हस्तांतरण का पत्र प्राप्त हुआ जिसके बाद गुरुवार देर रात ट्रस्ट के वाहन हाथी कैप पहुंचा और हाथियों को लेकर रवाना हुआ. 

हाथियों को हस्तांतरित किये जाने की जानकारी जैसे ही नागरिकों को मिली उसका विरोध शुरू हो गया.जिसे देखते हुए रात के अंधेरे में हाथियों को ले जाया गया.