Gadchiroli: सुरक्षबलों ने नक्सली कैंप को किया ध्वस्थ, बड़ी संख्या में दस्तावेज बरामद
गडचिरोली: छत्तीसगढ़ की सीमा पर सावरगांव के पास कुलभट्टी जंगल की पहाड़ियों पर नक्सलियों के कैंप को खाली कराने की कार्रवाई के 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि जवानों ने गारापट्टी थाने से चार किलोमीटर की दूरी पर एक और नक्सली कैंप का पर्दाफाश कर दिया. शुक्रवार सात जून को यह कार्रवाई की गई।
सुरक्षा तंत्र को सूचना मिली थी कि, गारापट्टी के पास छत्तीसगढ़ के कसनसूर-चट्टागांव, टीपागढ़, दलम, मुहल्ला मानपुर और औंधी दलम के कुछ हथियारबंद नक्सली घात लगाकर हमला करने के इरादे से गारापट्टी के पास भीमनखोजी, नरकसा वन क्षेत्र में एकत्र हुए हैं। इसी के तहत पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने कार्रवाई का आदेश दिया।
अतिरिक्त अधीक्षक (प्रशासन) कुमार चिंता के नेतृत्व में एक विशेष अभियान दल और पोस्ट गारापट्टी और सीआरपीएफ 113 बटालियन ए कंपनी के जवान तुरंत सदर जंगल क्षेत्र में माओवादी विरोधी अभियान चला रहे थे। करीब तीन बजे भीमनखोजी वन क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन आगे बढ़ाते समय एंटी नक्सल मिशन टीम के पहले ग्रुप के जवानों की नजर माओवादी कैंप पर पड़ी।
सुरक्षा का ध्यान रखते हुए उक्त कैंप की ओर बढ़ने के दौरान माओवादियों ने कैंप में सारा सामान छोड़ दिया और पहाड़ी व घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गये। दिलचस्प बात यह है कि, नक्सल विरोधी अभियान के जवानों ने कल भी नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
मौके पर जाकर तलाशी अभियान चलाने पर विभिन्न सामग्रियां जैसे 1 सोलर प्लेट, 2 पैंट, 3 जोड़ी चप्पल, 3 तिरपाल, 2 प्लास्टिक बेल्ट, शॉल, दुपट्टा, चादर, लाइटर, गंज, मेडिकल कीट, पानी कैन, कैंची मिलीं। इसे जब्त कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
पुलिस को देखकर भागे नक्सली
जवानों को देख नक्सली सामान लेकर भाग गये। स्पेशल मिशन टीम की सभी टीमें सुरक्षित गढ़चिरौली पहुंच गई हैं। छत्तीसगढ़ सीमा पर नक्सल विरोधी अभियान तेज कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने बताया कि जवानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
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