नक्सलमुक्त हुआ गड़चिरोली का उत्तर क्षेत्र, 5 उफनते नालों को पार कर सुरक्षाबलों ने हासिल की सफलता

गड़चिरोली. बुधवार को एटापल्ली तहसील के जारावंड़ी उपपुलिस थाना क्षेत्र के वांडोली जंगल क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी होने की गुप्त जानकारी मिलते ही सी-60 के कुल 7 दल पांच उफनते नालों को नाले को पार करते हुए नियोजनबध्द तरीके से नक्सल अभियान चलाया। इस अभियान में सुरक्षाबलों ने इस वर्ष की सबसे बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एकसाथ कुल 12 नक्सलियों को ढ़ेर करने में सफलता हासिल की है। इस कामयाबी के कारण अब गड़चिरोली का उत्तरी क्षेत्र पूरी तरह नक्सलमुक्त हो गया है। उक्ताशय की जानकारी गड़चिरोली के जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने गुरूवार को एक पत्र परिषद के दौरान मीडिया कर्मियों को दी।
इस मुठभेढ़ में 5 महिला नक्सलियों के साथ 7 पुरूष नक्सली ढ़ेर हुए है। जिसमें चातगांव-कसनुसर नक्सल दलम का डीसीसीएम योगेश तुलावी, कोरची-टीपागढ़ दलम का डीवीसीएम विशाल उर्फ लक्ष्मण आत्राम, टीपागढ़ दलम का डीवीसीएम प्रमोद कचलामी, चातगांव-कसनसुर दलम का उपकमांडर महारू गावडे, टीपागढ़-कोरची दलम का उपकमांडर अनिल दर्रो समेत अन्य नक्सलियों का समावेश है। ढ़ेर हुए सभी 12 नक्सलियों पर महाराष्ट्र सरकार ने 86 लाख रूपयों का इनाम घोषित किया था। वहीं छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने भी इन नक्सलियों पर लाखों रूपयों का इनाम घोषित किया था।
पुलिस के मुताबिक, 17 जुलाई को 12 से 15 नक्सली नक्सली सप्ताह पर बड़ा हमला करने के इरादे से जरावंडी पुलिस सीमा के वंडोली वन क्षेत्र में एकत्र हुए थे। इस संबंध में मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने उस क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान चलाने का निर्देश दिया। इसके मुताबिक, विशेष नक्सल विरोधी दस्ता सी60 के 200 जवान भारी बारिश में वंडोली वन क्षेत्र में एक मिशन पर थे, तभी नक्सलियों ने उन पर गोलीबारी की। जवानों की जवाबी कार्रवाई में 12 नक्सली मारे गये। कुछ नक्सली अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गये।
2021 से पिछले तीन वर्षों में गढ़चिरौली पुलिस के नक्सल विरोधी अभियानों में 80 नक्सली मारे गए। 102 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस बीच 29 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया।

admin
News Admin