logo_banner
Breaking
  • ⁕ चंद्रशेखर बावनकुले ने अलग विदर्भ के मुद्दे पर कांग्रेस को दिया जवाब, कहा - अलग विदर्भ बीजेपी का एजेंडा ⁕
  • ⁕ अधिवेशन के पहले ही दिन शहर का राजनीतिक माहौल रहा गर्म, चार अलग-अलग मोर्चों ने अपनी मांगों को लेकर निकाली रैली ⁕
  • ⁕ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आदित्य ठाकरे के दावे को किया खारिज, ठाकरे गुट के नेता पर किया पलटवार ⁕
  • ⁕ अधिवेशन में पांच दिन काम होने की उम्मीद, अब बची नहीं जवाब देने वाली सरकार: विजय वडेट्टीवार ⁕
  • ⁕ Akola: शिंदे सेना की समीक्षा बैठक; 'महानगर पालिका पर लहराएगा भगवा' ⁕
  • ⁕ इंडिगो की फ्लाइट सर्विस में रुकावट की वजह से बनी स्थिति जल्द ही कंट्रोल में आएगी: राम नायडू ⁕
  • ⁕ Chandrapur: एमडी पाउडर के साथ दो युवक गिरफ्तार, स्थानीय क्राइम ब्रांच की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ Parshivni: पुलिस पाटिल ने भागीमाहरी-पेढ़री ग्राम पंचायत क्षेत्र में हड़पी जल सिंचन विभाग की 5 एकड़ जमीन ⁕
  • ⁕ Buldhana: जलगांव जामोद से तीन नाबालिग लड़कियां लापता! माता-पिता की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ किडनैपिंग का केस दर्ज ⁕
  • ⁕ Wardha: नगर परिषद चुनाव से पहले अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, 250 पेटी शराब जब्त, मुख्य आरोपी मौके से फरार ⁕
Maharashtra

संजय राउत ने कहा- पीएम, गृहमंत्री और उपमुख्यमंत्री से करूँगा मुलाकात, फडणवीस बोले- मुझे कोई दिक्कत नहीं


मुंबई: शिवसेना नेता संजय राउत तीन महीने से ज्यादा समय बाद जेल से बाहर आए हैं। गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, वह जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करूंगा। राउत के इस  बयान पर  फडणवीस ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, मैं सभी से मिलता हूँ, इसलिए राउत अगर मिलते आते हैं तो मैं उनसे मिलूंगा। मुझे कोई दिक्कत नहीं है।

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, राउत ने जो कहा, मैंने नहीं सुना। यदि आप मुझसे मिलने के लिए कहते हैं, तो मैं सभी से मिलने जाता हूं। देवेंद्र फडणवीस ने कहा, इसमें कोई समस्या नहीं है।

पहले अपने नेताओं को कराएं चुप 

राउत ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में फडणवीस से राजनीति में कड़वाहट दूर करने की मांग की। जिसपर बोलते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, राजनीति से कटुता को दूर करना है तो हम सबको मिलकर फैसला करना होगा। यह कोई एक पार्टी तय नहीं कर सकती। उन्होंने उद्धव ठाकरे को सलाह दी कि अपने नेताओं को भी चुप रहने और दूसरों को बोलने की प्रथा बंद कर देनी चाहिए।