logo_banner
Breaking
  • ⁕ रामझुला ओवरब्रिज से 19 लाख के प्रोजेक्टर लाइट हुए चोरी, मनपा अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने मामला किया दर्ज ⁕
  • ⁕ राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले का सुलेखा कुंभारे को नोटिस, कहा - मानहानि के लिए बिना शर्त मांगें माफी, वरना होगी कानूनी कार्रवाई ⁕
  • ⁕ मौसम विभाग ने विदर्भ के कुछ इलाकों में 7 और 8 दिसंबर को शीतलहर की जारी की चेतावनी ⁕
  • ⁕ अधिवेशन में पांच दिन काम होने की उम्मीद, अब बची नहीं जवाब देने वाली सरकार: विजय वडेट्टीवार ⁕
  • ⁕ Akola: शिंदे सेना की समीक्षा बैठक; 'महानगर पालिका पर लहराएगा भगवा' ⁕
  • ⁕ इंडिगो की फ्लाइट सर्विस में रुकावट की वजह से बनी स्थिति जल्द ही कंट्रोल में आएगी: राम नायडू ⁕
  • ⁕ Chandrapur: एमडी पाउडर के साथ दो युवक गिरफ्तार, स्थानीय क्राइम ब्रांच की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ Parshivni: पुलिस पाटिल ने भागीमाहरी-पेढ़री ग्राम पंचायत क्षेत्र में हड़पी जल सिंचन विभाग की 5 एकड़ जमीन ⁕
  • ⁕ Buldhana: जलगांव जामोद से तीन नाबालिग लड़कियां लापता! माता-पिता की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ किडनैपिंग का केस दर्ज ⁕
  • ⁕ Wardha: नगर परिषद चुनाव से पहले अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, 250 पेटी शराब जब्त, मुख्य आरोपी मौके से फरार ⁕
Maharashtra

पेंग्विन विकास था क्या?, अजित पवार के वार पर बावनकुले का पलटवार


नागपुर: नामीबिया से आठ चीतों को भारत लाने को लेकर राजनीति जारी है। विपक्षी दलों द्वारा लगातार केंद्र सरकार और भाजपा पर इसको लेकर तंज कसा जा रहा है। इसी बीच विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार (Ajit Pawar) ने मोदी सरकार (Modi Government) पर तंज कसा है। पवार ने कहा कि, देश को चीता नहीं फॉक्सकॉन जैसे प्रोजेक्ट चाहिए। एनसीपी नेता के वार पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) ने पलटवार किया है। उन्होंने सवाल करते हुए पूछा है कि, क्या पेंग्विन को लाना विकास था?

बावनकुले ने कहा, "क्या पेंगुइन लाने से राज्य का विकास होगा। आज मुंबई, महाराष्ट्र की क्या स्थिति है, राज्य का विकास नए सिरे से शुरू हो रहा है। फिलहाल विपक्ष असमंजस की स्थिति में है, इसलिए इस तरह के आरोप लगा रहा है।"

क्या कहा था अजित पवार ने?


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय अभयारण्य में चीतों को लाया गया। इस पर अजित पवार ने आलोचना की कि चीतों को खाने के लिए जिंदा जानवरों को छोड़ा जा रहा है। हालांकि, चीतों को लाने से मूलभूत समस्याओं का समाधान नहीं होगा। राज्य वेदांता जैसी परियोजना चाहता है।