भारत जोड़ो यात्रा में पहुंची 93 वर्षीय लीलाबाई, राहुल गांधी ने ट्ववीट कर कही ये बात

नागपुर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा लेकर विदर्भ में पहुंच गए हैं। राहुल की यात्रा में शामिल होने के लिए बड़ी सख्या में लोग, कांग्रेस कार्यकर्ता, अभिनेता, अभिनेत्री पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में उपराजधानी से 93 वर्षीय लीलाबाई चितले भी राहुल की यात्रा में पहुंची और अपना समर्थन दिया। जिसकी तस्वीर खुद राहुल गांधी ने ट्वीट कर दी।
चितले गुरुवार को जब भारत जोड़ो यात्रा अकोला के बालापुर पहुंची तो वहां शामिल हुई और राहुल गांधी से मिली। राहुल ने चितले के साथ का वीडियो जारी करते हुए लिखा, “1942 के भारत छोड़ो से 2022 के भारत जोड़ो तक - देश से प्यार करने वाले हर संघर्ष के लिए तैयार रहे हैं। लीलाताई जी, आपका और आपके परिवार का त्याग अमूल्य है। हम हर कीमत पर देश की आज़ादी और संविधान की रक्षा करेंगे।”
1942 के भारत छोड़ो से 2022 के भारत जोड़ो तक - देश से प्यार करने वाले हर संघर्ष के लिए तैयार रहे हैं।
लीलाताई जी, आपका और आपके परिवार का त्याग अमूल्य है। हम हर कीमत पर देश की आज़ादी और संविधान की रक्षा करेंगे। pic.twitter.com/YNVmxNawtF— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 17, 2022
राहुल को बताई जेल जाने की कहानी
कांग्रेस नेता से मुलाकात के समय लीलाबाई ने 12 साल की उम्र में जेल जाने की कहानी भी बताई। कैसे एक नारा लगाने के कारण अंग्रेजों ने उन्हें और उनके पिता और भाई को जेल में डाल दिया था। लीलाबाई ने बताया, 9 अगस्त 1942 को वह 12 साल की थीं। करो या मरो का नारा महात्मा गांधी ने दिया था। मैंने और मेरे दो सहेलियों ने स्कूल के सामने नारेबाजी की। इसलिए हमें पुलिस ने हिरासत में लिया। शाम तक पुलिस चौकी पर रखा गया। फिर हमें छोड़ दिया। हालांकि, उसके पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें साढ़े तीन साल की सजा सुनाई गई थी।

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