नागपुर और आसपास के जिलों में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम का प्रकोप, मिले और 20 संदिग्ध मरीज, अब तक 10 बच्चों की मौत

नागपुर: पिछले कुछ दिनों में नागपुर शहर और आसपास के जिलों तथा राज्य से एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के संदिग्ध 20 मरीज मिले हैं। इनमें अब तक 10 बच्चों की मौत हो चुकी है। इसमें मध्य प्रदेश से 10, नागपुर शहर से 2, ग्रामीण से 3, अकोला से 1, भंडारा से 2, गढ़चिरोली से 1 मरीज़ शामिल हैं। इनमें से 9 लोगों की मौत हो चुकी है और एक और बच्चे की मौत के साथ संख्या 10 हो गई है।
इस मामले में पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान प्रयोगशाला की तीन सदस्यीय टीम ने नागपुर में जहाँ मौत हुई थी, उस इलाके का निरीक्षण किया और नमूने एकत्र किए। हालाँकि, रिपोर्ट आना अभी बाकी है। जीएमसी, एम्स और अस्पतालों से मरीज़ों का डेटा लिया गया। बच्चों की हिस्ट्री भी ली गई है। इसमें कई रिपोर्ट नेगेटिव आईं।
नागपुर विभाग के स्वास्थ्य उपनिदेशक डॉ. शशिकांत शंभरकर ने बताया है कि यह बीमारी दिमाग पर है या नहीं, इस पर अभी कोई ठोस फैसला नहीं हुआ है। वयस्कों और बच्चों से कुछ और नमूने लिए गए हैं। वायरोलॉजी टीम ने मच्छरों के कुछ नमूने लिए हैं, जिनमें इंसेफेलाइटिस फैलाने वाले मच्छर भी शामिल हैं। हालाँकि, रिपोर्ट अभी तक उपलब्ध नहीं है। इससे महाराष्ट्र में चार और छिंदवाड़ा में पाँच मौतें हुई हैं। अभी तक इस बात का कोई निष्कर्ष नहीं निकला है कि बच्चे की मौत वायरस के कारण हुई थी या नहीं।

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