क्या अग्निवीर भर्ती में नक्सली विचार के युवा भी ले रहे है भाग ?

नागपुर-नक्सलियों का विलय सप्ताह शुरू है.जिसकी शुरुवात 21 सितंबर से हो चुकी है.इसी के उपलक्ष्य में नक्सलवादियों की प्रतिबंधित संस्था मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का 63 पन्नों का एक सामने आया है जिसमें जो बातें कही गयी है वो चौंकाने वाली है.इस पत्र में उल्लेख है की किस तरह इस आंदोलन से जुड़े लोगों ने कृषि कानूनों के विरोध में हुए आंदोलन में हिस्सा लिया और अग्निवीर सैनिक विरोध आंदोलन में भी अपनी भूमिका निभाई। एक पत्र में यह भी कहा गया है की सरकार के ख़िलाफ़ जो आंदोलन हो रहे है उनमे माओवादियों का सक्रीय सहभाग रहा है.
इस पत्र के बारे में जानकारी देते हुए नक्सल विरोधी अभियान के पुलिस उपमहानिरीक्षक संदीप पाटील ने बताया की नक्सली अब अपना ध्यान प्रमुखतः तीन बिंदुओं पर केंद्रित कर रहे है.इसके लिए पार्टी,आर्मी और यूनाइटेड फ्रंट ( संयुक्त मोर्चा ) में अपने सहभाग को बढ़ा रहे है.आर्मी की भूमिका को नक्सलियों के नजरिये से इस तरह से देखा जा सकता है इसमें जनता के बीच जाकर उनके विचारो का प्रचार-प्रसार। पाटिल के मुताबिक अब पाॅलिट ब्युरो और नक्सल आर्मी के पास लोग नहीं है इसलिए वो संयुक्त मोर्चा बनाकर लोगों के बीच जा रहे है.गणेश मंडल के युवा कार्यकर्ताओं,जिम और समाज के अन्य अन्यायग्रस्त लोगों के बीच माओवादी जाकर उन्हें अपने विचारों के प्रति आकर्षित कर रहे है.
पाटिल के इस अंदेशे के बाद हालही में शुरू हुई अग्निवीर भर्ती को लेकर भी संदेह उपस्थित हो सकता है.इसलिए पाटिल कहते है कि अब जब यह पत्र सामने आ गया है तो अग्निवीर भर्ती के लिए पुलिस वेरिफिकेशन के बाद ही उम्मीदवारों का चयन किया जाये। जिस वजह से माओवाद की तरफ रुझान रखने वाला युवा सेना में भर्ती न हो सकें। पाटिल ने उम्मीद जताई की इस पत्र पर सरकार गंभीरता से ध्यान देकर उपाय योजना तैयार करेंगी।

admin
News Admin