साबरमती रिवर फ्रंट के तर्ज पर नाग नदी का कायाकल्प, मनपा ने फ्रांस सरकार को भेजा प्रस्ताव

नागपुर: केंद्रीय कैबिनेट ने नाग नदी के 1,927 करोड़ रुपये बजट वाले पुनरुज्जीवन परियोजना को मंजूरी दे दी है। केंद्र के इस निर्णय के बाद साफ़ और प्रदुषण मुक्त नाग नदी की ख्वाहिश रखने वाले वाले संतरानगरी के निवासियों के बीच ख़ुशी का माहौल है। इसी बीच नागपुर महानगर पालिका (NMC) ने नाग नदी (Nag River) को अपनी भविष्य की योजनाओं का खुलासा किया है। इसके तहत मनपा ने अमहदाबाद की साबरमती रिवर फ्रंट (Sabarmati River Front) के तर्ज पर नाग नदी को विकसित करने की योजना बनाई है, इसके लिए मनपा और फ्रांस की सरकार के बीच बातचीत भी चल रही है। शुक्रवार को यूसीएन न्यूस से बात करते हुए मनपा आयुक्त राधाकृष्ण बी (Commissioner Radhakrushna B) ने इस बात की जानकारी दी।
दो चरणों में होगा विकास
मनपा आयुक्त ने कहा कि, हमने दो चरणों में नाग नदी का विकास किया जाएगा। पहले चरण में नाग नदी को प्रदुषण मुक्त करने का काम किया जाएगा। जिसकी मंजूरी केंद्रीय कैबिनेट से मिल गई है। पहले चरण में हम नाग नदी और पिली नदी को साफ़ करने के निर्णय लिया है। इसके तहत दोनों नदियों के किनारे इंसेप्टर लाइन बनाई जाएगी। जिससे जितने भी सीवेज लाइन सीधे नदियों में गिर रहा है वह सीधा न गिरे। इसके लिए हम वहां नए पम्पिंग और एसटीपी का निर्माण कर रहे हैं, जिससे सीवेज से आने वाला गंदा पानी सीधे नदी में नहीं गिरेगा।"
उन्होंने आगे बताया, “हम एक लाख 32 हजार से ज्यादा लोगों को सीवेज नेटवर्क में जोड़ने वाले हैं। इससे जहां लोगों को सुविधा मिलेगी, वहीं शहर को साफ़ और प्रदुषण मुक्त करने में मदद मिलेगी। आयुक्त ने आगे कहा कि, ”इस परियोजना में केंद्र, राज्य और मनपा सहित जायका के साथ मिलकर काम करेंगे। जिसका भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपने नागपुर दौरे के दौरान करेंगे।"
फ्रांस सरकार से कर रहे हैं बात
हमने नाग नदी को अहमदाबाद के साबरमती रिवर फ्रंट के तर्ज पर विकसित करने का निर्णय लिया है। जिसका प्रस्ताव फ्रांस सरकार को भेज दिया गया है और इसपर अभी चर्चा चल रही है। मनपा आयुक्त ने कहा, “हालांकि, अभी पहले चरण में होने वाले काम को पूरा करने पर पूरा ध्यान है। जैसे ही पहला चरण पूरा होगा दूसरा चरण शुरू हो जाएगा।”

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