logo_banner
Breaking
  • ⁕ एंटी नक्सल अभियान और खुखार नक्सली हिड़मा के एनकाउंटर से बैकफुट पर माओवादी, महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों को लिखी चिट्ठी ⁕
  • ⁕ Yavatmal: नागपुर से दोपहिया वाहन चोर गिरफ्तार, एक लाख रुपये से अधिक कीमत की तीन चोरी की गाड़ियां जब्त ⁕
  • ⁕ Akola: नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार ने पकड़ा जोर; बड़े नेताओं की रैलियों की तैयारी ⁕
  • ⁕ Gadchiroli: फुलनार में महज 24 घंटे में बनकर तैयार हुई पुलिस चौकी, सी-60 जवानों के साथ पुलिस अधिकारियों ने बंटाया हाथ ⁕
  • ⁕ दिग्गज अभिनेता, बॉलीवुड के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र का निधन, सोमवार सुबह ली अंतिम सांस ⁕
  • ⁕ Buldhana: वंचित के महापौर पद के उम्मीदवार का अपहरण, अजित पवार गुट पर लगाया गया आरोप, जिले में मची हलचल ⁕
  • ⁕ Nagpur: डेकोरेशन गोदाम में लगी भीषण आग, मानकापुर के बगदादी नगर की घटना; लाखों का सामान जलकर खाक ⁕
  • ⁕ Nagpur: खापरखेडा के बीना संगम घाट पर चाकूबाजी; एक की मौत, एक घायल ⁕
  • ⁕ NMC Election 2025: निष्क्रिय नेताओं और नगरसेवको को नहीं मिलेगा टिकट, भाजपा नए चेहरों को देगी मौका ⁕
  • ⁕ विविध मांगो को लेकर आपली बस कर्मचारियों की हड़ताल, स्कूली बच्चों और नागरिकों की बढ़ी मुश्किलें ⁕
Nagpur

जामनगर नहीं भेजें जायेंगे गड़चरोली के हांथी,वनमंत्री ने दी जानकारी


नागपुर-गड़चिरोली जिले के कमलापुर,पातानील व ताडोबा से हाथियों को जामनगर में स्थित 'राधे कृष्ण टेम्पल एलिफन्ट वेलफेयर ट्रस्ट' में भेजने के निर्णय को को राज्य सरकार ने रद्द कर दिया है.वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने गुरुवार को नागपुर में पत्रकारों को यह जानकारी दी.उन्होंने बताया की इस मामले में उन्होंने पांच सितंबर को ही आदेश जारी कर दिया है.गौरतलब हो की कमलापुर,पातानील व ताडोबा  से 13 बुजुर्ग हाथियों को गुजरात के जामनगर भेजे जाने का निर्णय केंद्र के वन विभाग ने लिया था.इस निर्णय पर अमल भी शुरू हो गया था लेकिन तभी इस विषय को लेकर नाराजगी बढ़ने लगी स्थानीय लोगों ने आक्रामक रुख दिखते हुए इस फ़ैसले का विरोध किया।
वन मंत्री ने बताया की हाथियों को जामनगर भेजे जाने का निर्णय पिछली सरकार ने लिया था इसके पीछे की सरकार की मंशा थी की हाथियों को बेहतर सेवा मिल सके.वन मंत्री मुनगंटीवार ने बताया की राज्य के हाथी कैंप में खास हाथियों के लिए कोई पशु चिकित्सक मौजूद नहीं है.जबकि जामनगर में रेस्क्यू सेंटर ही है.इसलिए कर्नाटक और तमिलनाडु के हाथियों को भी वहां भेजा जाता है.फिर भी सरकार ने अब हाथियों को जामनगर नहीं भेजने का निर्णय लिया है.उन्होंने बताया कि उन्होंने वन उद्यान या जैवविविधता उद्यान बनाये जाने का आदेश विभाग को दिया है.