logo_banner
Breaking
  • ⁕ धारणी की जनसभा में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की कई बड़ी घोषणाएँ, मविआ पर जोरदार हमला करते हुए की भाजपा उम्मीदवारों को जीताने की अपील ⁕
  • ⁕ शिवसेना उम्मीदवार के लिए उपमुख्यमंत्री शिंदे ने किया प्रचार, नाम लिए बिना एनसीपी-भाजपा पर बोला हमला ⁕
  • ⁕ Yavatmal: चार पहिया वाहन ने बैलगाड़ी को मारी टक्कर, छह लोग घायल, एक बैल की मौत ⁕
  • ⁕ Bhandara: भाजपा द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद डॉ. विजया नंदुरकर ने एनसीपी में हुई शामिल, महायुति के अंदर ही दिख रही त्रिकोणीय लड़ाई ⁕
  • ⁕ Amravati: तिवसा में सोयाबीन की खरीद शुरू होने के बावजूद नहीं लिया जा रहा माल, किसानों ने हिंसक आंदोलन की दी चेतावनी ⁕
  • ⁕ जो 208 वोटों से जीता है वो आज छाती पीट रहा है, कांग्रेस सिर्फ़ अफ़वाहें फैलाती है; परिणय फुके का नाना पटोले पर जोरदार हमला ⁕
  • ⁕ स्थानीय चुनाव समय पर होंगे या टलेंगे, आज आएगा SC का फैसला; आरक्षण 50% से ज्यादा हुआ तो टल सकते हैं चुनाव ⁕
  • ⁕ महाराष्ट्र में हर जिले में बनेगा प्राणी संग्रहालय, वन मंत्री गणेश नाइक ने की बड़ी घोषणा; व्याघ्र परियोजना की तर्ज पर शुरू होगी तेंदुआ परियोजना ⁕
  • ⁕ आपल बस हड़ताल: प्रशासन ने दिया लिखित आश्वासन, 2 दिन में अंतिम समाधान का वादा; कर्मचारियों ने आंदोलन रोका ⁕
  • ⁕ ऑपरेशन शक्ति के तहत देह व्यापार रैकेट पर छापा; दो गिरफ्तार, एक पीड़िता को मुक्त कराया गया ⁕
Nagpur

नागपुर विश्वविद्यालय के कुलगुरु को हाईकोर्ट ने लगाई फटकार


नागपुर -बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच ने राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. सुभाष चौधरी को उनके व्यवहार के लिए फटकार लगाई गई है.विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान के स्नातकोत्तर विभाग के प्रोफेसर डॉ. कुलपति को मोहन काशीकर के खिलाफ अवैध विभागीय कार्रवाई करने के लिए अदालत के समक्ष कुलगुरु को माफी मांगनी पड़ी है और यह वादा भी करना पड़ा है कि भविष्य में इस तरह की कार्रवाई नहीं दोहराई जाएगी।डॉ. काशीकर के वेतन वृद्धि एवं अन्य लाभों को रोकने के संबंध में अदालत ने अपना यह रुख दिखाया है । अदालत ने याचिकाकर्ता काशीकर को उनके पूर्व के विभागाध्यक्ष का पद को वापस करने का भी आदेश दिया। 

याचिकाकर्ता की ओर से एड. फिरदौस मिर्जा जबकि विश्वविद्यालय की ओर से अधिवक्ता सुधीर पुराणिक ने मामले की पैरवी की। डॉ. मोहन काशीकर  राजनीति विज्ञान विभाग के प्रमुख थे, इसी दौरान कुलपति ने उन्हें मानविकी विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन, डॉ. काशीकर ने पारिवारिक कारणों से जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया। इसलिए कुलपति ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर उन पर कर्तव्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था  इस पर काशीकर ने  जवाब भी दिया था मगर  कुलपति उससे संतुष्ट नहीं हुए थे जिस वजह से उसने दूसरी बार जवाब मांगा गया। इससे भी संतुष्ट न होने पर कुलगुरु ने डॉ. काशीकर के खिलाफ कार्रवाई की और उन्हें विभाग प्रमुख के पद से हटा दिया गया और वेतन वृद्धि एक साल के लिए रोक दी। इसके खिलाफ काशीकर ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।