हिंदी विभाग प्रमुख डॉ. पांडे ने छात्रों के खिलाफ दर्ज कराया मामला

नागपुर: राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय ने विभाग की कुछ छात्रों और उनके साथियों से खुद की जान का खतरा बताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। डॉ. पांडे ने शिकायत में किया ने दावा किया कि संबंधित छात्र 7 से 8 साथियों के साथ विभाग में आए और भ्रम की स्थिति पैदा की है। पीएचडी करने वाले इन छात्राओं ने पांडेय के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद विश्वविद्यालय ने इस पर एक समिति भी गठित की थी।
नागपुर विश्वविद्यालय में पीएचडी करने की इच्छुक दो छात्राओं की शिकायत के आधार पर विश्वविद्यालय ने एक समिति का गठन किया था। जांच में कमेटी ने पाया कि उसके आरोप में कोई सच्चाई नहीं है। उसके बाद अब तक छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया था।
डॉ. पांडे द्वारा अंबाझरी थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक 29 अगस्त को दो छात्राएं और उनके 7-8 साथी विभाग में आए और विभाग प्रमुख के हॉल में घुसने की कोशिश की। हॉल बंद था क्योंकि वे छुट्टी पर थे। तो उन्होंने हॉल का दरवाजा खटखटाया और चले गए। घटना के सीसीटीवी में कैद होने के बाद उसने अंबाझरी थाने में शिकायत दर्ज कराई। सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने कुलपति डॉ. सुभाष चौधरी को भी इसकी सूचना दी गई और उनकी अनुमति के बाद ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
दूसरी ओर दो छात्राएं भी अंबाझरी थाने पहुंचीं। जानकारी में सामने आया है कि पांडे के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया गया है। इस संबंध में डॉ. पांडे या विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. चौधरी से संपर्क नहीं हो सका। पुलिस ने अभी तक किसी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया है।

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