logo_banner
Breaking
  • ⁕ बुलढाणा जिले में भारी बारिश; नदी, नाले उफान पर, फिर कृषि फसलों को नुकसान की संभावना ⁕
  • ⁕ महाराष्ट्र जिला परिषद चुनाव में नया आरक्षण रोटेशन नियम, बॉम्बे हाईकोर्ट ने सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रखा ⁕
  • ⁕ अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनाया जाएगा महाराष्ट्र का AI मॉडल MARVEL, नीति आयोग ने द्वारा आठ उच्च-प्रभाव वाली परियोजनाओं में चयन ⁕
  • ⁕ Akola: सरकारी अस्पताल परिसर में एक व्यक्ति की पत्थर कुचलकर हत्या, हत्यारा भी हुआ घायल ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Nagpur

अगर घर में आग लगी हो तो जिसके पास पानी है हम उसके पास जायेंगे,कांग्रेस की मौजूदा भूमिका ऐसी ही-योगेंद्र यादव


नागपुर- कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा आगामी दिनों में महाराष्ट्र पहुंचेगी। इस यात्रा का प्रदेश के 16 दिन का प्रवास रहेगा। यह यात्रा भले ही कांग्रेस या राहुल गांधी प्रणीत हो लेकिन अन्य राजनीतिक दल और सामाजिक,राजनीतिक संस्थायें इसका समर्थन कर रही है.ऐसे ही राजनीतिक विचारक-विश्लेषक,स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव ने भी इस यात्रा को समर्थन दिया है.उनके साथ कई अन्य राजनीतिक पार्टियों ने अपना खुला समर्थन जारी किया है.

नागपुर में आयोजित पत्रकार परिषद में योगेंद्र यादव ने कांग्रेस की इस यात्रा को समर्थन देने के पीछे के कारण को स्पष्ट करते हुए कहा की देश के मौजूदा माहौल को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.अगर हमारे घर में आग लगी हो और दो पार्टियां हो एक आग लगा रही हो और दूसरे के हाथ में पानी की बाल्टी हो तो हम जिसके पास पानी है उसी के पास जायेंगे।यादव के मुताबिक कांग्रेस मौजूदा परिस्थिति में इसी स्थिति में है.हम आंदोलन के लोग है फिर भी इसी कारण से एक राजनीतिक दल की यात्रा का हिस्सा बने है.
 
यादव ने कहां की कई लोग इस यात्रा की सफ़लता के बारे में पूछ रहे है तो इसका जवाब है की यह यात्रा देश में एकाकी के माहौल को ख़त्म कर रही है.देश में जिस तरह का माहौल है स्वतंत्रता के मूल्यों-विचारों,संविधानिक मूल्यों को ख़त्म किया जा रहा है उस स्थिति में सभी समुदाय को जोड़ने का काम इस यात्रा के माध्यम से हो रहा है.इस यात्रा की सफलता ही है की सरसंघचालक को मुस्लिम समुदाय से संवाद का एहसास होता है और आरएसएस के बड़े पदाधिकारी को इस बात का भान होता है की देश में बेरोजगारी की समस्या है.