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Nagpur

नागपुर के एक मंडल में विराजित होने वाली प्रतिमा का मुंबई में किया जाता है विसर्जन,ऐसा क्यूँ? जानने के लिए पढ़े ख़बर


नागपुर-नागपुर के एक मंडल में स्थापित की जाने वाली एक गणेश प्रतिमा का विसर्जन हर वर्ष मुंबई में किया जाता है.ऐसा क्यों ? यह सवाल इसलिए मन में आ सकता है की जब गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन की व्यवस्था नागपुर में है तो इस प्रतिमा को किस खास वजह से चलते मुंबई ले जाया जाता है.जी तो वह इसलिए क्योंकि इस प्रतिमा को स्थापित किया जाने वाला मंडल विदर्भ वादियों का है.ये वो लोग है जो विदर्भ राज्य के पक्षधर है और लंबे समय से अलग राज्य की मांग कर रहे है.इस मंडल के सदस्यों के मुताबिक नागपुर से लगभग 823 किलोमीटर ले जाकर मुंबई के गिरगांव चौपाटी में मूर्ति के विसर्जन का सिलसिला तब तक चलता रहेगा जब तक विदर्भ राज्य नहीं बन जाता।

इस तरह से गणेश मूर्ति के विसर्जन का यह 14 वा वर्ष है.मंडल के अध्यक्ष नन्दकिशोर शर्मा अपने सहयोगी विनोद हेड़ाऊ और अन्य साथियों के साथ नागपुर के देशपांडे ले आउट में गणेश जो की प्रतिमा स्थापित करते है.10 दिनों तक धूमधाम से उत्सव मनाया जाता है इसके बाद मूर्ति को विसर्जन के लिए मुंबई ले जाया जाता है.
नन्दकिशोर शर्मा बताते है कि वह ऐसा इसलिए करते है क्यूंकि वह अपने मंडल द्वारा स्थापित किये जाने गणपति से यह मन्नत मांगते है कि वो राज्य के राजनेताओं को यह सद्बुद्धि दे की वो विदर्भ राज्य का निर्माण करें।ऐसा करते हुए उन्हें 14 साल हो गए.इस दौर में तेलंगाना,झारखंड,छत्तीसगढ़ जैसे राज्य बना दिए गए लेकिन विदर्भ की मांग जस की तस बनी हुई है.हर वर्ष की तरह मंडल के सदस्यों ने ट्रेन के माध्यम से गणेश प्रतिमा को मुंबई लेकर निकले। इसके लिए दुरंतो एक्सप्रेस बाकायदा गणेश प्रतिमा के लिए भी एक सीट बुक होती है.