गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर में पिंजरों की कमी,भालू के पिंजरे में शेर को ऱखने की नौबत

नागपुर -नागपुर स्थित गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर में क्षमता से अधिक जंगली जानवर मौजूद है,सेंटर में पिंजरे कम और जानवर अधिक हो गए है,सेंटर में मौजूदा समय में 14 बाघ है लेकिन इस खुंखार जानवर को ऱखने के लिए पिंजरे की क्षमता 10 ही है.जंगलों से पकड़कर खूंखार हो चुके जंगली जानवरो को नागपुर के काटोल रोड स्थित गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर में लाया जाता है.सेंटर में बाघों को ऱखने के 10 पिंजरे है लेकिन वर्त्तमान में ही बाघों की संख्या 14 है.एक तरह से देखा जाये तो इस सेंटर में क्षमता से अधिक जानवरों को रेस्क्यू कर रखा गया है.हालात यह है की पिंजरों की संख्या कम होने की सूरत में भालू के लिए बनाये गए पिंजरे में रखा गया है.कुछ ऐसी ही स्थिति तेंदुओं को लेकर भी है.वर्तमान में सेंटर में 27 तेंदुए है जबकि यहाँ सिर्फ 20 तेंदुओं को रखने की व्यवस्था है.सेंटर में क्षमता से अधिक जानवरों की संख्या हो जाने की वजह से उन्हें अन्य जानवरों के पिंजरे में रखा जा रहा है.

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