सीमा विवाद पर मंत्री मुनगंटीवार ने विपक्ष पर बोला हमला, कहा- यह नेहरू की गलती, माफ़ी मांगे कांग्रेस

नागपुर: सीमा विवाद को लेकर विधान मंडल की दोनों सदनों में आज जोरदार हंगामा हुआ। महाबिकस अघाड़ी ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा। विधानसभा में जहां नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने सरकार को घेरा, वहीं विधान परिषद में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री फडणवीस को निशाने पर लिया। विपक्ष के इस हमले पर मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने पलटवार किया। सीमा विवाद के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार बताते हुए हुए कहा कि, "इस समस्या के लिए कांग्रेस को राज्य के लोगों से माफ़ी मांगनी चाहिए।"
मुनगंटीवार ने कहा, “महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आने बाद हुआ है। यह पंडित नेहरू की ग़लती थी। तब उनको समझाया गया था कि, ऐसा न करें। पंडित नेहरू ने मराठी भाषी व्यक्ति पर अत्याचार और अन्याय किया। मुनगंटीवार ने इस दौरान मराठी भाषा राज्य का मुद्दा राज्य आयोग को क्यों दिया ऐसा सवाल भी पूछा? इसी के साथ उन्होंने मंत्री कांग्रेस से माफ़ी मांगने की मांग की।”
उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा कि, "जिनके कारण यह समस्या बनी उसी कांग्रेस के साथ आज उद्धव ठाकरे बैठे हुए हैं। जिस कांग्रेस ने वीर सावरकर के लिए निचले स्तर के शब्दों का इस्तेमाल किया उसके सामने आज झुक रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज से यही उन्होंने सीखा है। जिस शिवाजी महाराज के नाम का आप जयघोष करते हो उसी को लेकर नेहरू जी ने डिस्कवरी के लिए अपशब्द का इस्तेमाल किया था उसके साथ बैठे हुए हैं यह राज्य के लिए बेहद शर्म की बात है।”
विदर्भ के मुद्दों से हटाने का प्रयास
पर्यावरण मंत्री ने कहा, "सीमा विवाद का मुद्दा उठाकर विदर्भ और मराठवाड़ा के मुद्दों से ध्यान हटाकर विकास को रोकने और जनता पर अन्याय कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, "विपक्ष विदर्भ के किसान, युवक और युवती पर अन्याय किया गया। दो साल सत्ता रहने के बाद अन्याय किया गया और विपक्ष में रहने के बाद भी वही चीज ये लोग कर रहे हैं।" मुनगंटीवार ने आगे कहा कि, आने वाले चुनाव में जनता इन्हे सत्ता पक्ष में नहीं विपक्ष में भी बैठने लायक नहीं छोड़ेगी।

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