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Nagpur

कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद पर बोले मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, कहा- इस समस्या के लिए नेहरू जिम्मेदार


नागपुर: मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (CM Baswaraj Bommoi) के एक बयान से कर्नाटक-महाराष्ट्र के बीच शुरू सीमा विवाद (Maharashtra-Karnataka Border Issue) को और हवा दे दिया है। उनके बयान को लेकर राज्य की राजनीति गर्मा गई है। विपक्षी दल लगातार भाजपा और राज्य सरकार की आलोचना कर रहे हैं। वहीं अब इस मामले पर पर्यावरण मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) ने बयान दिया है। मुनगंटीवार ने इस समस्या के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Formar PM Jawaharlal Nehru) को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि, नेहरू की एक गलती खामियाजा कर्नाटक सीमा के पास रहने वाले मराठी लोगों को भुगतना पड़ रहा है। नागपुर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए यह बात कही।

भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, “पंडित नेहरू द्वारा की गई गलती को कर्नाटक की सीमा पर मराठी लोगों को भुगतना पड़ रहा है। राज्य पुनर्गठन आयोग के माध्यम से उन्होंने जो गलती की वह अब भी परेशान कर रही है। यह संघर्ष कई वर्षों से चला आ रहा है। मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। दोनों राज्य 40 गांवों के मामले में सकारात्मक रहेंगे। तो निश्चित रूप से सुप्रीम कोर्ट दोनों राज्यों को सुनेगा और सही फैसला देगा।"

पर्यावरण मंत्री ने कहा, "कर्नाटक के मराठी लोगों का महाराष्ट्र आना स्वाभाविक है। जब मैं महाराष्ट्र एकीकरण समिति के नेताओं से मिला, तो मुझे उनकी महाराष्ट्र आने की तीव्र इच्छा महसूस हुई। वे अभी भी सोचते हैं कि हमें महाराष्ट्र जाना चाहिए, लेकिन वे नेहरू की गलतियों का परिणाम भुगत रहे हैं।"

महाराष्ट्र जितनी मदद किसी और ने नहीं की

मंत्री मुनगंटीवार ने आगे कहा, “यहां तक ​​​​कि अगर एक जत गांव की ग्राम पंचायत कर्नाटक जाने के लिए तैयार है, तो भी समस्या हल नहीं होगी। तो कर्नाटक के उन गांवों का क्या होगा जो महाराष्ट्र आना चाहते हैं? मूल रूप से इन 40 गांवों को महाराष्ट्र जितनी मदद किसी ने नहीं की है।" उन्होंने कहा कि, मदद करने में महाराष्ट्र से आगे देश में कोई दूसरा राज्य नहीं है, इसलिए सरकार ने मदद नहीं की है, इसलिए सरकार ने मदद नहीं की ऐसा कहते हुए अगर गांव कर्नाटक में शामिल होने का फैसला किया है तो यह आश्चर्य की बात है।"

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