logo_banner
Breaking
  • ⁕ मानसून में विदर्भ के किसानों को लगा बड़ा झटका; लगातार बारिश से एक लाख हेक्टेयर फसल हुई बर्बाद, किसानों की सरकार से स्पेशल पैकेज की मांग ⁕
  • ⁕ मानसून के दौरान चिखलदरा में टूटा पर्यटकों का रिकॉर्ड, चार महीने में पहुंचे ढाई लाख पर्यटक, नगर परिषद को हुई 56 लाख की आया ⁕
  • ⁕ मनकापुर फ्लाईओवर पर बड़ा हादसा, स्कुल वैन और बस में आमने-सामने जोरदार टक्कर; हादसे में आठ बच्चे घायल, एक की हालत गभीर ⁕
  • ⁕ Akola: चलती कार में लगी आग, कोई हताहत नहीं ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Nagpur

विधायक विकास ठाकरे ने थैलेसीमिया रोगियों को दी जाने वाली दवाओं की गुणवत्ता पर उठाया सवाल, मंत्री मेघना बोर्डिकर ने जाँच का दिया आदेश


नागपुर/मुंबई: पश्चिम नागपुर के विधायक विकास ठाकरे द्वारा विधानसभा में थैलेसीमिया रोगियों की समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करने के बाद जनस्वास्थ्य राज्यमंत्री मेघना साकोरे-बोर्डिकर ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि निजी कंपनी द्वारा थैलेसीमिया रोगियों को आपूर्ति की जा रही घटिया आयरन चिलेशन गोलियों की गहन जांच की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इन दवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे।

गुरुवार (3 जुलाई, 2025) को चल रहे मानसून सत्र में मंत्री ने आगे कहा कि सरकार जल्द ही ऐसे नियम लाएगी, जिसके तहत एक ही परिवार में एक ही समय में मामूली और बड़े थैलेसीमिया रोगी पाए जाने पर एचपीएलसी जांच अनिवार्य की जाएगी। इसके साथ ही, यह देखने के लिए अध्ययन किया जाएगा कि क्या विवाह पूर्व एचपीएलसी जांच अनिवार्य की जा सकती है। इन जांचों से भविष्य में थैलेसीमिया जैसी गंभीर बीमारियों को रोका जा सकता है।

वर्तमान में राज्य में कुल 12,800 थैलेसीमिया रोगी हैं, जिनमें सबसे अधिक संख्या विदर्भ और विशेष रूप से नागपुर में है, विधायक विकास ठाकरे ने इस बात पर प्रकाश डाला। उन्होंने मध्य नागपुर के डागा अस्पताल में निर्मित सीवीएस केंद्र का तत्काल उद्घाटन करने की मांग की, जो अभी तक चालू नहीं है। इसके अलावा उन्होंने अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण के लिए रोगियों को 15 लाख रुपये की विशेष वित्तीय सहायता योजना शुरू करने की भी मांग की।