logo_banner
Breaking
  • ⁕ मानसून में विदर्भ के किसानों को लगा बड़ा झटका; लगातार बारिश से एक लाख हेक्टेयर फसल हुई बर्बाद, किसानों की सरकार से स्पेशल पैकेज की मांग ⁕
  • ⁕ मानसून के दौरान चिखलदरा में टूटा पर्यटकों का रिकॉर्ड, चार महीने में पहुंचे ढाई लाख पर्यटक, नगर परिषद को हुई 56 लाख की आया ⁕
  • ⁕ मनकापुर फ्लाईओवर पर बड़ा हादसा, स्कुल वैन और बस में आमने-सामने जोरदार टक्कर; हादसे में आठ बच्चे घायल, एक की हालत गभीर ⁕
  • ⁕ Akola: चलती कार में लगी आग, कोई हताहत नहीं ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Nagpur

Nagpur: यशोधरा नगर में शादी समारोह में हुई थी हत्या, फरार मुख्य आरोपी बिरजू वाढवे गिरफ्तार


नागपुर: नागपुर के यशोधरा नगर थाना क्षेत्र में 20 फरवरी की रात हुए खौफनाक हत्याकांड में फरार चल रहे मुख्य आरोपी बिरजू वाढवे  को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दे कि एक तरफा प्रेम के चलते बिरजू ने इस शादी समारोह में हुड़दंग मचाते हुए अपने साथियों के साथ मिलकर एक युवक की ह्त्या कर दी थी और तब से ही वह फरार चल रहा था। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ह्त्या की यह घटना  अनुसार, 20 फरवरी को भीलगांव स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज सांस्कृतिक भवन के सामने एक शादी समारोह के दौरान हुई थी। आरोपी बिरजू वाढवे  ने एकतरफा प्रेम के चलते दुल्हन के संबंध में आपत्ति जताते हुए कार्यक्रम में हंगामा शुरू किया था और जब मृतक विहंग मनीष रंगारी  ने बिरजू को समझाने की कोशिश की, तब बिरजू ने अपने पास रखे धारदार चाकू से उस पर हमला कर दिया था।

घटना में आरोपी आर्यन लंकेश उईके ने भी सिमेंट का ब्लॉक उठाकर विहंग की छाती पर दे मारा, जबकि अन्य साथियों ने लात-घूंसे और गाली-गलौज कर उसकी निर्ममता से पिटाई की थी। गंभीर रूप से घायल विहंग को तत्काल मेयो अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने इस मामले में कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से एक विधि संघर्षग्रस्त बालक था। मगर मुख्य आरोपी बिरजू वाढवे लगातार फरार चल रहा था और बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा था। गुप्त सूचना और तकनीकी सहायता के जरिए पुलिस ने आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया।

तफ्तीश में सामने आया कि सभी आरोपी एक संगठित आपराधिक गिरोह का हिस्सा थे, जो लगातार अलग-अलग अपराधों में लिप्त थे। इस आधार पर पुलिस ने उनके खिलाफ मकोका के तहत कार्रवाई की है।