Nagpur: नागपुर डिवीजन में बिना टिकट यात्रा पर सख्त कार्रवाई, 1.85 लाख यात्री पकड़े गए

नागपुर: केंद्रीय रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2025-26 (अप्रैल से अगस्त 2025) में बिना टिकट या अवैध टिकट के यात्रा करने वाले यात्रियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। नागपुर डिवीजन में इस अवधि के दौरान 1.85 लाख यात्रियों को बिना टिकट या अवैध टिकट के यात्रा करते हुए पकड़ा गया और उनसे कुल 11.44 करोड़ रूपये का जुर्माना वसूला गया।
यह कदम रेलवे की यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और व्यवस्थित यात्रा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। टिकट निरीक्षण टीमें स्टेशन जांच, एंबुश चेक, फोर्ट्रेस चेक और मेगा टिकटिंग ड्राइव जैसी रणनीतियों के माध्यम से अवैध यात्रा की रोकथाम कर रही हैं। रेलवे ने यह भी ध्यान दिलाया कि टिकटिंग धोखाधड़ी रोकने के लिए UTS मोबाइल ऐप के माध्यम से स्टैटिक QR कोड से टिकट बुकिंग को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है, ताकि पेपरलेस टिकटिंग का दुरुपयोग न हो।
केंद्रीय रेलवे नागपुर डिवीजन के यात्रियों से अपील करता है कि वे सही और वैध टिकट खरीदकर यात्रा करें, ताकि किसी भी असुविधा या जुर्माने से बचा जा सके। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि बिना टिकट यात्रा पर जीरो-टॉलरेंस नीति बरकरार है और यह यात्रियों को सुरक्षित और गरिमापूर्ण यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मध्य रेलवे की टिकट जांच टीम ने अगस्त 2025 में 2.76 लाख यात्रियों को बिना टिकट या अवैध टिकट के यात्रा करते हुए पकड़ा, जो अगस्त 2024 के 2.34 लाख यात्रियों की तुलना में 18% की वृद्धि दर्शाता है। अगस्त 2025 में इन यात्रियों से कुल 13.78 करोड़ रूपये का जुर्माना वसूला गया, जबकि अगस्त 2024 में यह राशि 8.85 करोड़ रूपये थी, जिससे जुर्माने में 55% से अधिक की बढ़ोतरी हुई।
आर्थिक वर्ष 2025-26 (अप्रैल से अगस्त 2025) में विभागवार आंकड़े इस प्रकार हैं:
- नागपुर विभाग: 1.85 लाख मामलों से ₹11.44 करोड़
- पुणे विभाग: 1.89 लाख मामलों से ₹10.41 करोड़
- सोलापुर विभाग: 1.04 लाख मामलों से ₹5.01 करोड़
- मुख्यालय: 1.04 लाख मामलों से ₹7.54 करोड़
- मुंबई विभाग: 7.03 लाख मामलों से ₹29.17 करोड़
- भुसावल विभाग: 4.34 लाख मामलों से ₹36.93 करोड़

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