NCRB Report: मर्डर में नागपुर टॉप पर, पुलिस मुखिया बोले हम क्राइम रोकने के प्रयास में

नागपुर: एक समय पर देश के सबसे सुरक्षित और अपराध मुक्त शहरों में शुमार रहे नागपुर में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। हत्या, चोरी-उठाईगिरी की वारदातें अब आम हो गई है। मामूली बात पर हत्याएं हो रही है। वहीं नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो 2021 के जारी आंकड़ों की माने तो उपराजधानी में अपराधियों पर पुलिस का खौफ रह ही नहीं गया है। हालही में जारी हुई रिपोर्ट के अनुसार देश में हत्याओं के मामलों में नागपुर राजस्थान की राजधानी जयपुर के साथ पहले स्थान पर हैं। वहीं इस पर कमिशर अमितेश कुमार ने पुलिस का बचाव करते हुए कहा कि, हम क्राइम रोकने के लगातार प्रयास कर रहे हैं।
मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए कमिश्नर कुमार ने कहा, "नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो 2011 की जनगणना के आधार पर हत्याओं के इन आंकड़ों का रिकॉर्ड करती है जबकि वर्तमान में नागपुर शहर की जनसंख्या 40 लाख से ऊपर जा चुकी है। वर्तमान में नागपुर शहर में लगभग सभी मामलों में अपराधिक घटनायों में कमी आई है और फरवरी महीने में तो शहर में ज़ीरो मर्डर का आंकलन किया गया था।" उन्होंने कहा, "इसके साथ ही हत्याओं के मामलों में कमी लाने के लिए नागपुर शहर में पुलिस द्वारा कड़े बंदोबस्त अपनाए जा रहे हैं।"
क्या था एनसीआरबी रिपोर्ट में
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो 2021 के जारी आंकड़ों के अनुसार, जनसँख्या के अनुसार देखें तो पूरे देश में आठवां और राज्य में पहले नंबर पर है। जारी रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में नागपुर शहर में 22,302 आपराधिक मामले दर्ज किए गए। 2020 की तुलना में 15.85 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2021 में जितने मामले दर्ज किये गए इसमें आईपीसी की धारा 13,312 और लॉ एंड आर्डर के तहत 8990 मामले दर्ज हुए।
मुंबई, पुणे को छोड़ पीछे
एनसीआरबी के अनुसार उपराजधानी ने मुंबई और पुणे को भी पीछे छोड़ दिया है। इन आकड़ो के बाद उपराजधानी को राज्य का क्राइम कैपिटल बोला जाने लगा है।

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