फडणवीस समर्थकों की पोस्टरबाजी, विधानसभा के बाहर मुख्यमंत्री शिंदे से बड़ा कटऑउट लगाया

नागपुर: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बैनर या कटआउट लगाना और फडणवीस को शिंदे से बड़ा दिखाना। यह किसकी शरारत होगी? या फिर फडणवीस समर्थकों ने जानबूझकर ऐसे कटआउट अपनी ताकत दिखाने के लिए लगाए? इस चर्चा की वजह फडणवीस के नागपुर में हुई। नागपुर में इस समय विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है। बुधवार की रात विधान भवन के बाहर ये बड़े-बड़े कटआउट दिखाई दिए और राज्य में चर्चा का विषय बन गए।
कहने की जरूरत नहीं कि महाविकास आघाडी सरकार में बड़ा उलटफेर कर राज्य में शिंदे-भाजपा सरकार लाने में कोई चतुर है। इतना सब करने के बाद और पार्टी के निर्देशों को सुनकर उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार करने के बाद देवेंद्र फडणवीस की बड़ी चर्चा हो गई। अब एक बार फिर नागपुर में लगे इन बैनरों को लेकर बवाल शुरू हो गया है।
ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। व्हाट्सएप पर तरह-तरह की शंकाएं उठाई जा रही हैं। काफी मशक्कत के बाद गुरुवार सुबह कट आउट हटा दिए गए। एकनाथ शिंदे का एक बड़ा और फडणवीस का एक छोटा कटआउट लगाया गया था।
राज्य उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा चलाया जाता है, और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को विपक्ष द्वारा केवल नाममात्र की आलोचना की जाती है। वे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भी उतना ही सम्मान देने से नहीं चूकते, जितने उपमुख्यमंत्री के पद पर बैठे हैं। लेकिन कहीं-कहीं जहां शिंदे कम पड़ जाते हैं, वहां बार-बार माइक हाथ में लेकर विरोधियों को सीधे मुंहतोड़ जवाब देने की कला का राज्य बार-बार अनुभव कर चुका है।
हाल ही में शुरू हुए शीतकालीन सत्र में विपक्ष ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर नागपुर प्लॉट घोटाले का आरोप लगाया। देवेंद्र फडणवीस ने पहल की और इन आरोपों को खारिज कर दिया। उसके बाद एकनाथ शिंदे ने भी इस पर सफाई दी थी। फिर भी विपक्ष आरोप लगा रहा है कि फडणवीस और भाजपा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ शिंदे समूह के भ्रष्ट मंत्रियों का समर्थन कर रहे हैं।

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