विदर्भ की मांग केवल छोटे राज्य की परिकल्पना नहीं, यह एक विरासत है: प्रशांत किशोर

नागपुर: विदर्भ की मांग केवल छोटे राज्य की परिकल्पना से नहीं जुड़ी हुई है। यह यहाँ की सामाजिक, आर्थिक, भौगोलिक परिस्थिति से जुड़ी हुई है। यह एक विरासत है। मंगलवार को नागपुर पहुंचे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पत्रकारों से बात करते हुए यह बात कही। उन्होंने आगे कहा कि, अगर एक राज्य के तौर पर देखूं तो यहां लोकसभा की 10 सीटें होंगी। इस दृष्टि से यह छोटा राज्य नहीं होगा। इसी के साथ उन्होंने कहा कि, केवल छोटे राज्य बनना चाहिए इसे मैं नहीं देखता हूँ।
अभी केवल बात सुनने आया हूँ
प्रशांत किशोर ने कहा कि, पिछले कई महीनो से विदर्भ के सांस्कृतिक और राजनीतिक लोगों के संपर्क में हूँ। अभी केवल मैं इन लोगों से मिलने आया हूँ। अलग विदर्भ राज्य के लिए उनके मन में क्या है। वह क्या सोचते हैं। उनके मन में विदर्भ के लिए क्या है यह सब जानने के लिए आया हूँ। अलग विदर्भ राज्य के लिए क्या रणनीति होगी इस पर जवाब देते हुए किशोर ने कहा कि, जब तक मैं हर पहलु को देख न लू समझ न लू तब तब आगे क्या रणनीति होगी इस पर मैं कुछ नहीं कह सकता हूँ।
शुरू हुआ मिशन 30
विदर्भ को अलग राज्य बनने के लिए मिशन 30 शुरू हो गया है। मिशन 30 का मतलब है विदर्भ को देश का 30वा राज्य बनाना है। इसी के मद्देनजर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर विदर्भ राज्य आंदोलन से मुलाकात करने सिटी पहुंचे थे। जहां उन्होंने विदर्भवादियों और आंदोलन से जुड़े हुए लोगों से मुलाकात की। इस बैठक में उन्होंने सभी नेताओं की बात सुनी। ज्ञात हो कि, कांग्रेस नेता आशीष देशमुख के बुलावे पर किशोर नागपुर पहुंचे हैं।
आंदोलन की कमान अब लें युवा
विदर्भवादी नेता विजय जावंधिया ने कहा कि, "विदर्भ का अलग राज्य बनने से विदर्भ को फायदा होगा। अब समय आ गया है कि, यहां के युवा इस आंदोलन को अपने हाथो में ले और ज्यादा से ज्यादा युवा सांसद और विधायक बने तो विदर्भ के लोइये बहुत फायदे का होगा। उन्होंने आगे कहा, विदर्भ राज्य के लिए अब जो करना होगा लोग वो करेंगे।"

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