RTMNU ब्लैकमेलिंग केस: विधानसभा तक पहुंचा मामला, उपसभापति गोरे बोली- कुलगुरु और उच्च शिक्षा सचिव के साथ करूंगी बैठक

नागपुर: राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी द्वारा साथ प्राध्यापको से बदनामी का डर दिखाकर पैसे मांगने का मामला लगातार तूल पकड़ता जारहा है। विश्वविद्यालय से शुरू हुआ यह मामला अब राज्य विधानसभा तक पहुंच गया है। विधान परिषद् की उपसभापति नीलिमा गोरे ने उगाही मामले को बेहद गंभीर बताया है। इसी के साथ उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलगुरु और उच्च शिक्षा सचिव को बुलाकर बैठक करने की बात कही है। राज्य विधानमंडल का शीतकालीन सत्र नागपुर में आयोजित होने वाला है। इसी को लेकर वह मंगलवार को उपराजधानी पहुंची थी। जहां पत्रकारों से बात करते हुए यह जानकारी दी।
गोरे ने आगे कहा, इस मामले में दो पहलू सामने आ रहे हैं। पहला यह कि हमारे यहां शोषण नहीं होता है। और दूसरा यह की बदनामी से घबराकर और पैसे देने से यह सब यही रुक जाएगा ये सोचकर पैसे दे दिए होंगे। गोरे ने इसपर आश्चर्य जताया कि, हमारे के साथ अन्याय हुआ है इसको लेकर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। अगर किसी लड़की ने ये शिकायत दर्ज कराई है तो उसे न्याय दिलाने के लिए मैं मदद करूंगा।"
उपसभापति नेता ने कहा, "सच आने के लिए जांच जरुरी है। इसके पहले भी इसी तरह का काम हुआ है। पैसे लेकर मामलो को दबाया गया है क्या इसके लिए जांच जरुरी है।
पीआरओ पद से हटाया
मामले के सामने आने के बाद आनन्फा-नन में कुलगुरु चौधरी ने धवनकर को पीआरओ पद से हटा दिया है। इसी के साथ इस मामले पर जवाब भी मांगा है। कुलगुरु ने मामले की जांच ने लिए समिति का भी गठन कर दिया है। इसी के साथ उन्होंने मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके ऊपर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।

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