शिंदे-फडणवीस सरकार का निर्णय, महाज्योति से तायवाडे, गमे, वडलें की छुट्टी

नागपुर: राज्य में सत्ता पर काबिज होने के बाद से ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस सरकार महाविकास अघाड़ी सरकार के फैसलों को रद्द करने या बदलने में लगी हुई है। इसी क्रम में सरकार ने महात्मा ज्योतिबा फुले अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (महाज्योति) में से तीन गैर सरकारी सदस्य, कांग्रेस नेता एवं राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के अध्यक्ष, प्राचार्य बबन तैवड़े, राकांपा उपाध्यक्ष प्रो. दिवाकर गेम और शिवसेना के उपनेता लक्ष्मण वाडले की नियुक्तियां रद्द कर दी गई हैं। इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है।
824 करोड़ का फंड निकाला गया
इसकी स्थापना के बाद गैर-सरकारी निदेशकों के प्रयासों से महाराष्ट्र सरकार से लगभग 824 करोड़ रुपये की धनराशि प्राप्त हुई। विद्यार्थियों के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई गईं। कक्षा 11 के छात्रों के लिए जेईई-एनईईटी मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग, टैब और दैनिक 6 जीबी इंटरनेट, वाणिज्यिक पायलट प्रशिक्षण, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी प्रतियोगिता से पहले ज्ञान ज्योति सावित्री बाई फुले के जन्म स्थान पर 200 लड़कियों के लिए एक मुफ्त आवासीय प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया। पूर्व सदस्यों ने बताया कि आजादी के 72 साल बाद ओबीसी छात्रों के लिए विभिन्न लाभ और मुफ्त प्रतियोगिता पूर्व प्रशिक्षण योजनाएं लागू की गईं।

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