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Nagpur

Shivaji Maharaj Controversy: कोश्यारी और त्रिवेदी के खिलाफ विपक्षी दलों का जोरदार प्रदर्शन, माफ़ी की मांग


नागपुर: छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) और भाजपा (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) के बयान को लेकर महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति गरमाई हुई है। सत्ता पक्ष के साथ विपक्षी दल भी लगातार कोश्यारी और त्रिवेदी का विरोध कर रहे हैं। इसी के साथ केंद्र सरकार से राज्यपाल को वापस बुलाने की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को उपराजधानी में कांग्रेस (Congress), एनसीपी(NCP), मनसे (MNS) ने जोरदार प्रदर्शन किया। साथ ही राज्यपाल और भाजपा नेता से अपने दिए बयान पर माफ़ी मांगने की मांग की। 

युवक कांग्रेस ने किया आंदोलन 

राज्यपाल और भाजपा प्रवक्ता के बयान के विरोध में युवक कांग्रेस ने सदर स्थित राजभवन के सामने विरोध प्रदर्शन किया। युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता राज भवन के बाहर पहुंचे और प्रदर्शन किया। इसी के साथ राज्यपाल के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। साथ ही राज्यपाल की तस्वीर पर कालिख भी पोती। हालांकि, राज भवन के बाहर पहले से मौजूद पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया। 

राज्यपाल महाराष्ट्र के लिए कलंक 

राज्यपाल के बयान के विरोध में एनसीपी ने भी आंदोलन किया। वैरायटी चौक पर प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया और राज्यपाल को वापस ले जाने की मांग की। शहर अध्यक्ष दुनेश्वर पेठे ने राज्यपाल को महाराष्ट्र का कलंक बताते हुए कहा कि, राज्यपाल जानबूझकर लगातार छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ बयानबाजी कर रहे है। इसके पहले भी उन्होंने महात्मा फुले को लेकर भी इसी तर्ज की बयान बाजी की थी। जिन लोगों को इतिहास पता नहीं वह ऐसी बातें कर रहे हैं। वहीं भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि, जिस समय यह बात कही गई उस समय भाजपा के कई नेता मंच पर मौजूद थे, लेकिन किसी ने कुछ नहीं कहा। 

मनसे ने की भी की कार्रवाई की मांग 

राज्यपाल और भाजपा प्रवक्ता के बयान के खिलाफ राज ठाकरे की पार्टी ने भी प्रदर्शन किया। महल स्थित गांधी गेट स्थित शिवाजी महाराज के पुतले के पास इकट्ठा हुए और जोरदार घोषणाबाजी की। इस दौरान मनसे नेताओं ने राज्यपाल और त्रिवेदी के तस्वीर पर कालिख पोतकर प्रदर्शन किया। साथ ही दिए बयान पर माफ़ी मांगने की भी मांग की। हालांकि, इस दौरान मुजूद महिला कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के लिए बेहद आपत्तिजनक नारे भी लागए।