स्वच्छ भारत अभियान 2025: मनपा की आपत्ति के बाद नागपुर की रैंकिंग में सुधार, 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में अब 22वें स्थान पर

नागपुर: स्वच्छ भारत अभियान 2025 (Swatch Bharat Abhiyan 2025) के तहत जारी हुई स्वच्छता रैंकिंग में नागपुर शहर (Nagpur City) को अब 22वां स्थान प्राप्त हुआ है। 17 जुलाई को जारी हुई रैंकिंग में नागपुर शहर को 27वा स्थान हासिल किया था। हालांकि, रैंकिग को लेकर नागपुर महानगरपालिका (Nagpur Municipal Corporation) द्वारा दर्ज की गई। मनपा ने रैंकिंग देते हुए कई महत्वपूर्ण पहलुओं को अनदेखा करने की बात कही थी, इसके बाद रैंकिंग में सुधार हुआ।
रैंकिंग में सुधार की पृष्ठभूमि
शुरुआती रैंकिंग रिपोर्ट में नागपुर को देश के 10 लाख से ज्यादा की आबादी वाले शहरों में 27वां स्थान दिया गया था, जिसे लेकर मनपा ने कड़ी आपत्ति जताई थी। मनपा का कहना था कि सर्वेक्षण में कई महत्वपूर्ण पहलुओं को अनदेखा किया गया, जैसे कि तकनीकी नवाचार, कचरा प्रबंधन में नागरिक सहभागिता और शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्वच्छता सुधार की वास्तविक स्थिति। आपत्ति की जांच के बाद संबंधित अधिकारियों ने रिव्यू कर रैंकिंग को संशोधित किया और नागपुर को अब 22A स्थान पर स्थानांतरित किया गया है।
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शहर की स्वच्छता और सहभागी पहल में मिली प्रशंसा
केंद्र सरकार के संबंधित विभाग द्वारा हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में, नागपुर शहर की स्वच्छता और सहभागी पहल में प्रगति के लिए प्रशंसा की गई है। मनपा आयुक्त और प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी ने कहा कि मनपा प्रशासन ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के परिणामों में नागपुर को दिए गए अंकों के योग में त्रुटि को केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के संज्ञान में लाया था। तदनुसार, अंकों की फिर से जांच की गई है, और अब संशोधित परिणामों के अनुसार, मनपा की रैंकिंग 27वें स्थान से सीधे '22ए' पर आ गई है। पिछले कुछ महीनों में, 'स्वच्छता ही सेवा', 'बैकलेन स्वच्छता मोहिम', सी एंड डी वेस्ट, कंप्रेस्ड बायो गैस प्रोजेक्ट, बायोमाइनिंग प्रोजेक्ट और सार्वजनिक भागीदारी बढ़ाने के लिए अन्य गतिविधियों को बड़े पैमाने पर शहर में लागू किया गया है।

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