समृद्धि महामार्ग पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ेंगी गाड़ियां, यातायात विभाग ने जारी की अधिसूचना

- पहले 150 किलोमीटर प्रति घंटे की थी सीमा
- दो पहिया, तीन पहिया को चलने की अनुमति नहीं
नागपुर: राज्य सरकार ने हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे समृद्धि राजमार्ग पर चलने की गति तय कर दी है। जिसके तहत अब अधिकतम 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से सड़क पर गाड़ियां चलेंगी। इसको लेकर यातायात विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (यातायात) कुलवंत सारंगल ने अधिसूचना जारी कर दी है। इसी के साथ इस महामार्ग पर दोपहिया, चार पहिया रिक्शा और तिपहिया रिक्शा के साथ-साथ किसी भी तिपहिया वाहन को चलने की अनुमति नहीं होगी।
समृद्धि राजमार्ग पर गति सीमा नियम:
- समतल क्षेत्रों पर 120 किमी प्रति घंटा और ड्राइवर सहित 8 यात्रियों को ले जाने वाले यात्री वाहनों के लिए घाटों और सुरंगों पर 100 किमी प्रति घंटा।
- समतल क्षेत्रों पर 100 किमी प्रति घंटा और चालक सहित 9 या अधिक यात्रियों को ले जाने वाले वाहनों के लिए घाटों और सुरंगों में 80 किमी प्रति घंटा।
- सामान और सामान ले जाने वाले वाहनों के लिए समतल क्षेत्रों में 80 किमी. मैं। घाटों और सुरंगों में प्रति घंटा और 80 किमी प्रति घंटा।
- इस मार्ग पर दुपहिया और तिपहिया रिक्शा सहित अन्य किसी भी वाहन को चलने की अनुमति नहीं है।
बताया जाता है कि नागपुर-मुंबई समृद्धि हाईवे का काम अंतिम चरण में है। सरकार की ओर से इस हाईवे को शुरू करने की तारीखों का भी बार-बार ऐलान किया जा चुका है। पहले तारीखें अक्टूबर 2021, 31 दिसंबर, 2021 और अब 31 मार्च, 2022 दी गई थीं। लेकिन अब अक्टूबर की भोर के बाद भी समृद्धि हाईवे का काम अधूरा है, उद्घाटन की कोई संभावना नहीं है।
ख़राब गुणवत्त के कारण उद्घाटन में देरी
काम की खराब गुणवत्ता और काम के दौरान दुर्घटना के कारण समाधि हाईवे के खुलने में देरी हो जाती है। इसलिए यह हाईवे अभी भी आम यात्रियों के लिए नहीं खुला है। इस राजमार्ग का निर्माण कुल 16 चरणों में चल रहा है और कुल मिलाकर 701 किलोमीटर लंबे नागपुर मुंबई राजमार्ग में 1699 छोटे और बड़े निर्माण हैं और उनमें से लगभग 1400 पूरे हो चुके हैं। कुछ जगहों पर अभी काम बाकी है।
2021 में होना था उद्घाटन
31 जुलाई 2015 को तत्कालीन मुख्यमंत्री ने नागपुर और मुंबई के बीच यातायात को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से विधान सभा में 701 किलोमीटर 'स्मृति राजमार्ग' की घोषणा की। दरअसल, हालांकि यह हाईवे राज्य के 10 जिलों से होकर गुजरता है, लेकिन इससे कुल 24 जिलों को फायदा होगा। इस राजमार्ग के निर्माण की शुरुआत में कई कठिनाइयां आई और वास्तविक काम शुरू हुआ। उस समय इस हाईवे के पूरा होने की प्रस्तावित तिथि अक्टूबर 2021 तय की गई थी। लेकिन इस बीच जमीन अधिग्रहण, कोरोना के चलते लॉकडाउन जैसी कई मुश्किलों का सामना करते हुए सरकार ने इस हाईवे को लगभग पूरा कर लिया है।

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