क्लीनचिट मिलते ही दहाड़े धीरेन्द्र शास्त्री, कहा- सनातन का प्रचार अंधविश्वास नहीं

भोपाल: अंधश्रद्धा और जादू टोना के आरोप से नागपुर पुलिस ने धीरेन्द्र शास्त्री को क्लीन चिट दे दी है। पुलिस ने कहा कि, बागेश्वर सरकार के कार्यक्रम में किसी भी तरह से कानून का उल्लंघन नहीं किया गया है। पुलिस ने राहत मिलने के बाद धीरेन्द्र शास्त्री ने पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दहाड़े ते हुए कहा कि, "सनातन का प्रचार करना किसी भी तरह से अंधविश्वास नहीं है।"
छतरपुर में पत्रकारों से बात करते हुए धीरेन्द्र शास्त्री कहा, “सनातन का प्रचार करना, बागेश्वर धाम का प्रचार करना और बजरंगबली का प्रचार करना अंधविश्वास नहीं है। अगर ऐसा है तो देश के अंदर जितने भी हनुमान चालीसा पढ़ने वाले हैं, उन्हें जेल में डाल देना चाहिए। हमने कानून पर भरोसा था। आज नागपुर के पुलिस कमिश्नर ने भी कह दिया कि, कोई अंधविश्वास फैलाया।” उन्होंने आगे कहा, "रामचरितमानस को राष्ट्रीय धर्म घोषित कर देना चाहिए. तभी भारत विश्व गुरु बनेगा और तभी सामाजिक समरसता होगी।"
क्या कहा पुलिस ने?
नागपुर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा, "श्याम मानव ने जो आरोप बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर के आरोप लगाए हैं। उसको लेकर हमने करीब छह घंटे की फुटेज को ध्यान से देखा। वीडियोज की बारीक तरीके से जांच वहिनी पुलिस द्वारा की गई। इसमें हमें कुछ नहीं दिखा जिससे अंधश्रद्धा को फैलाया जा रहा है या अंधश्रद्धा निर्मूलन कानून 2013 का उल्लंघन हो रहा है। इससे हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि उनके द्वारा किसी तरह का अंधविश्वास नहीं फैलाया जा रहा है। इसकी जानकारी हम उनके पास पहुंचा रहे हैं।”

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