आईपीएस अधिकारी शाह फैसाल ने महबूबा और ओवैसी को दिया जवाब, कहा- केवल भारत में ही मुसलमान टॉप कर सकता है

श्रीनगर: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने ऋषि सुनक को लेकर भारत की राजनीति गरमाई हुई है। विपक्ष लगातर सुनक के बहाने केंद्र सरकार पर हमलावर है। पी. चिदंबरम, महबूबा मुफ़्ती ने जहां देश में अल्पसंख्यक प्रधानमंत्री बनाने की मांग की है। वहीं एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने असदुद्दीन ओवैसी ने हिजाब पहनने वाली बच्ची के प्रधानमंत्री बनने की बात कही दी है। देश में छिड़े इस विवाद पर आईएएस अधिकारी शाह फैसल (IAS Shah Faesal ) ने करार जवाब दिया है। लगातार कई ट्वीट कर फैसला ने कहा कि, भारत ही एक ऐसा देश है जहां सरकार का विरोध करने वाले को दोबारा सरकार संभाल रही है।
फैसल ने लिखा, "यह केवल भारत में ही संभव है कि कश्मीर का एक मुस्लिम युवा भारतीय सिविल सेवा परीक्षा में शीर्ष पर जा सकता है, सरकार के शीर्ष पदों पर पहुंच सकता है, फिर सरकार से अलग हो सकता है और फिर भी उसी सरकार द्वारा बचाया और वापस ले लिया जा सकता है।"
ऋषि सुनक को लेकर उन्होंने लिखा, "ऋषि की नियुक्ति हमारे पड़ोसियों के लिए एक आश्चर्य की बात हो सकती है जहां संविधान गैर-मुसलमानों को सरकार में शीर्ष पदों से रोकता है, लेकिन भारतीय लोकतंत्र ने कभी भी जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यकों को बाकियों से भेदभाव नहीं किया है।" उन्होंने कहा, "समान नागरिकों के रूप में, भारतीय मुसलमानों को ऐसी स्वतंत्रता प्राप्त है जो किसी अन्य तथाकथित इस्लामी देश में अकल्पनीय है।"
भारत हमेशा समान अवसरों की भूमि
आईपीएस अधिकारी (IAS Shah Faesal) ने लिखा, "मेरी अपनी जीवन-कथा एक यात्रा के बारे में है, कंधे से कंधा मिलाकर, इस देश के 1.3 बिलियन लोगों के प्रत्येक नागरिक के साथ, जहां मैंने हर कदम पर स्वामित्व, सम्मान, प्रोत्साहन और कई बार लाड़-प्यार महसूस किया है। वह भारत है।"
उन्होंने आगे लिखा, “मौलाना आज़ाद से लेकर डॉ मनमोहन सिंह और डॉ. जाकिर हुसैन से लेकर महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तक, भारत हमेशा समान अवसरों की भूमि रहा है और शीर्ष तक का रास्ता सभी के लिए खुला है। गलत नहीं होगा अगर मैं कहूं कि मैं पहाड़ की चोटी पर गया हूं और इसे अपने लिए देखा है।”

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