उपराजधानी में उतरने को तैयार भारत राष्ट्र समिति, केसीआर गुरुवार को करेंगे राज्य के पहले कार्यालय का उद्घाटन

नागपुर: भारत राष्ट्र समिति का महाराष्ट्र में पहला कार्यालय नागपुर में शुरू होने वाला है। जिसका उद्घाटन 15 जून को (बीआरएस) के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा किया जा रहा है। ज्ञात हो कि, पिछले साल राव ने पार्टी का नाम तेलंगाना राष्ट्र समिति से बदलकर इसे भारत राष्ट्र समिति कर दिया था। इसके बाद से ही वह महराष्ट्र में पार्टी के विस्तार पर काम शुरू कर दिया था। पिछले छह महीने में राव ने राज्य के अंदर कई सभा भी कर चुके है।
बीआरएस के कार्यालय के उद्घाटन को लेकर शहर में माहौल बनाना शुरू कर दिया गया है। इस बीच मंगकावरी चेन्नूर विधानसभा विधायक बालका सुमन ने कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान पार्टी के कई नेता और पर्व विधायक भी शामिल रहे। बीआरएस का कार्यालय शहर के प्रमुख क्षेत्रों में से एक वर्धा रोड पर स्थित है। पार्टी ने करोडो रूपये खर्च कर बंगले को ख़रीदा है और इसे पार्टी कार्यालय में तब्दील किया गया है।
पूर्वी विदर्भ समन्वयक ज्ञानेश वाकुडकर ने जानकारी देते हुए बताया कि, के. चंद्रशेखर राव 15 जून को दोपहर 1 बजे नागपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। इसके बाद दोपहर 1.15 बजे बीआरएस पार्टी, महाराष्ट्र कार्यालय का उद्घाटन प्लॉट नंबर 14, रामकृष्ण नगर, साईं मंदिर के पास, वर्धा रोड में होगा। दोपहर 2 बजे कविवर्य सुरेश भट सभागार रेशमबाग में कार्यकर्ताओं की बैठक होगी और विदर्भ के विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों सहित सैकड़ों कार्यकर्ता पार्टी में प्रवेश करेंगे। उसके बाद मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बैठक को संबोधित करेंगे।
संघ के गढ़ में पार्टी का मुख्यालय
आम तौर पर कोई भी राजनीति दल पार्टी का प्रदेश कार्यालय राज्य की राजधानी में बनाया जाता है। इससे सरकार से संबंधित काम किया जा सके। हालांकि, बीआरएस ने इसके विपरीत काम करते हुए राज्य की उपराजधानी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का गढ़ कहे जाने वाले नागपुर में अपना पहला कार्यालय शुरू करने का तय किया है। राव के इस निर्णय से शहर सहित विदर्भ में चर्चाओं का दौर शुरू है।
तेलंगाना से जुड़े जिलों पर फोकस
बीआरएस प्रमुख ने राज्य में पार्टी का विस्तार करने के लिए तेलंगाना से लगने वाले जिलों पर पूरा फोकस रखा है। चंद्रपुर, नांदेड़, यवतमाल, गडचिरोली सहित कुछ अन्य जिलों पर भी बीआरएस की नजर है। तेलंगाना में शुरू कई स्कीम को लेकर इन जिलों के लोगों में आकर्षण देखा गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए राव ने बॉर्डर वाले जिलों पर ज्यादा फोकस किया है। सबसे महत्वपूर्ण विदर्भ के चार और मराठवाड़ा के दो जिले तेलंगाना से जुडते हैं। राव ने नांदेड़ में कुछ महीने पहले बड़ी रैली पर पार्टी को महाराष्ट्र में लॉच किया था। वहीं बीआरएस के आने के बाद से तमाम दलों के पूर्व विधायक, पूर्व सांसद बीआरएस में शामिल होना शुरू हो चुके हैं।

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