पांच अक्टूबर को खुलेगा कामठी रोड का डबलडेकर फ्लाईओवर, जनता को मिलेगी बड़ी राहत
नागपुर: उपराजधानी वासियों के लिए बड़ी राहत वाली खबर सामने आई है। राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक सात (National Highway 7) यानी की कामठी रोड पर बने डबल डेकर फ्लाईओवर (Kamptee Road Double Dekar Flyover) के उद्घाटन की तारीख सामने आ गई है। आने वाली पांच अक्टूबर शनिवार को जनता ने लिए डबलडेकर फ्लाईओवर को खोल दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में फ्लाईओवर का उद्घाटन किया जाएगा।
कामठी रोड शहर का सबसे महत्वपूर्ण या कहें बेहद व्यस्त सड़कों में से एक है। राष्ट्रीय महामार्ग होने के कारण यहाँ न केवल शहर सहित अन्य राज्यों से भी वाहन नागपुर शहर आतें हैं। जिसके कारण सड़क पर वाहनों की लाइन लगी रहती है। वाहनों के कारण कामठी रोड पर जाम की स्थिति बनी रहती थी। नागरिकों द्वारा लगातार इस समस्या का समाधान निकालने की मांग की जा रही थी।
जिसको देखते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वर्धा रोड की तर्ज पर डबलडेकर फ्लाईओवर बनाने का निर्णय लिया गया। फ्लाईओवर का काम लगभग पूरा हो गया। लेकिन एलआईसी चौक पर लैंडिग में समस्या आ गई। एलआईसी चौक पर लैंडिंग देने के लिए जमीन नहीं थी। जिसके काऱण साल भर तक निर्माण बंद रहा। इसके बाद राज्य सरकार ने निर्माण के लिए आस पास की जमीनों का अधिग्रहण करने का निर्णय लिया। और बजट का प्रावधान किया। जिसके पश्च्यात जिला प्रशासन ने भूमि का अधिग्रहण कर काम शुरू किया गया।
देश में पहली बार 4 स्तरीय परिवहन व्यवस्था
महा मेट्रो निर्माण कार्य, 80 मीटर लंबे और 1650 टन वजन वाले स्टील गर्डर को महा मेट्रो द्वारा भारतीय रेलवे ट्रैक पर सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया जो नागपुर शहर के इतिहास में इतने बड़े कार्य के रूप में दर्ज किया गया। भारतीय रेल पटरियों पर 1650 टन के स्टील गर्डर की स्थापना एक अनोखा रिकॉर्ड है, यह देश में पहली बार है कि किसी शहरी क्षेत्र में 1650 टन क्षमता का निर्माण किया गया है। 800 टन के स्टील गर्डर को स्थापित करने के लिए 32000 ASFG (हाई स्ट्रेंथ फ्रिक्शन ग्रिप) बोल्ट का उपयोग किया गया था और पूरे ढांचे के लिए 8000 बोल्ट का उपयोग किया गया था। स्टील गार्डर की जमीन से ऊंचाई 25 मीटर है. रेलवे के इतिहास में पहली बार 22 मीटर चौड़ा स्टील गर्डर लगाया गया। देश में पहली बार 4 स्तरीय परिवहन व्यवस्था स्थापित की गई।
डबल डेकर फ्लाईओवर की मुख्य विशेषताएं:
• 5.67 किमी डबल डेकर फ्लाईओवर सिंगल कॉलम घाट पर खड़ा सबसे लंबा डबल डेकर फ्लाईओवर वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण है।
• इस प्रोजेक्ट की लागत 573 करोड़ है.
• इसके साथ ही, अद्वितीय तकनीक का उपयोग करके फ्लाईओवर पर पांच मेट्रो स्टेशन गद्दीगोदाम चौक, कड़बी चौक, इंदौरा चौक, नारी रोड, ऑटोमोटिव चौक का निर्माण किया गया है।
• 5.67 किमी लंबा डबल डेकर फ्लाईओवर चार स्तरीय है।
• इस फ्लाईओवर के पहले स्तर पर एक राजमार्ग है, दूसरे स्तर पर मेट्रो चलती है और जमीनी स्तर पर एक मौजूदा राजमार्ग है।
• गड्डीगोदाम में गुरुद्वारे के पास 1650 वजन क्षमता का स्टील ब्रिज बनाया गया है. यह देश की पहली संरचना है, जिसमें चार स्तरीय परिवहन व्यवस्था है।
• फ्लाईओवर की संरचना में 'रिब एंड स्पाइन' तकनीक का इस्तेमाल किया गया है.
• इस फ्लाईओवर का निर्माण बेहद जटिल और कठिन था। खासकर गड्डीगोदाम में सबवे पर लगातार ट्रैफिक के कारण भारतीय रेलवे द्वारा कुल 24 घंटे का ब्लॉक लिया गया था।
• इस फ्लाईओवर ने कामठी मार्ग पर लगने वाले भारी ट्रैफिक जाम से नागरिकों को राहत दी है। चूंकि कामठी से आने-जाने वाले नागरिक इस फ्लाईओवर से सीधे यात्रा कर सकते हैं, इससे समय और ईंधन की भी बचत होगी।
• वर्धा और कामठी दोनों बहु-स्तरीय लाइनों को जोड़ते हुए, महामेट्रो ने लगभग 9 किमी लंबे डबल-डेकर फ्लाईओवर का निर्माण किया है।
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