Unwanted Rain: विदर्भ के सभी जिलों में जोरदार बारिश, बिजली गिरने से दो लोगों की मौत

नागपुर: विदर्भ (Vidarbha) में मंगलवार से शुरू हुआ मौसम परिवर्तन अभी भी जारी है। लगभग सभी जिलों में मूसलाधार बारिश (Unwanted Rain) के साथ तेज हवाएं और बिजली गिरी। मंगलवार मध्य रात्रि को उप-राजधानी में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। बुधवार शाम को तेज हवाओं के साथ भारी बारिश जारी रही। गुरुवार सुबह से ही तेज हवाओं के साथ भारी बारिश ने एक बार फिर नागपुर (Nagpur), वर्धा (Wardha), भंडारा (Bhandara) और विदर्भ के अन्य जिलों को अपनी चपेट में ले लिया है। भंडारा जिले में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है।
राज्य की उप-राजधानी नागपुर के कई हिस्सों में सुबह से मध्यम से भारी बारिश हो रही है। वर्धा और भंडारा जिलों में भी तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है। हर जगह बारिश हो रही है, साथ ही तेज़ हवाएं और बिजली भी चमक रही है। इससे वातावरण में धुंध पैदा हो गई है। हालांकि सुबह से ही बारिश शुरू हो जाने के कारण स्कूली छात्रों और कार्यालय कर्मियों को रेनकोट का सहारा लेकर ही बाहर निकलना पड़ा। इस बीच, क्षेत्रीय मौसम विभाग ने विदर्भ के सभी जिलों में तेज आंधी और ओलावृष्टि की संभावना जताई है।
विदर्भ के सभी जिलों का तापमान 40 डिग्री के ऊपर
अब तक नागपुर सहित विदर्भ के कई जिलों में तापमान रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुका था। कुछ शहरों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस, कुछ शहरों में 41 डिग्री सेल्सियस और कुछ शहरों में 40 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि मंगलवार से मौसम में आए बदलाव के कारण पारे में पांच से छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। पिछले तीन दिनों में उपराजधानी समेत पूरे विदर्भ क्षेत्र में मौसम पूरी तरह बदल गया है। बुधवार शाम से आसमान बादलों से ढका हुआ था और जिले के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई।
नागपूर, वर्धा सहित सभी जिलों में बारिश
वर्धा जिले में भी भारी बारिश हुई, जबकि अमरावती में भी बारिश हुई। भंडारा जिले में भी बुधवार को भारी बारिश हुई। इस जिले में आज गुरुवार को भी भारी बारिश हुई है। एक तरफ बेमौसम बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है, लेकिन दूसरी तरफ खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है। दक्षिण छत्तीसगढ़ और आस-पास के इलाकों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
तेज हवा के साथ होगी ओलावृष्टि
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य महाराष्ट्र से कोमोरिन क्षेत्र तक निचले स्तर पर उत्तर-दक्षिण दिशा से हवाओं का प्रवाह जारी है। इसके कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली आर्द्र हवाएं निचले स्तर पर एक-दूसरे से टकरा रही हैं। इन मौसमी गतिविधियों के कारण विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के कुछ भागों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चलने के साथ आंधी और ओलावृष्टि होने की संभावना है।

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